एलन मस्क के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईवीएम पर फिर उठाए सवाल,

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November 22, 2024

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एलन मस्क के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईवीएम पर फिर उठाए सवाल,

-बताया ब्लैक बॉक्स रविंद्र वायकर पर लगे आरोपों से जुड़ी खबर को किया शेयर पुलिस को मिले हैं ईवीएम से छेड़छाड़ के सबूत वाइकर के रिश्तेदारों के पास ईवीएम अनलॉक करने वाला फोन था आरोपी के पास ओटीपी प्राप्त करने वाला फोन कैसे आया, जिससे मशीन अनलॉक हो गई

नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- ईवीएम पर एलन मस्क के बयान के बाद अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा हैं। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स“ है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएँ जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।

           कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिये चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए। उन्होंने अपने पोस्ट में शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर से जुड़ी एक खबर भी शेयर की है। शिंदे पर ईवीएम से छेड़छाड़ कर जीतने का आरोप लगा है। राहुल गांधी ने जिस खबर को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है, उसमें लिखा है कि जांच के दौरान, वनराई पुलिस ने पाया कि आरोपी मंगेश पंडिलकर, शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर का रिश्तेदार, जिसने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से 48 वोटों से जीत हासिल की थी, वह फोन इस्तेमाल कर रहा था, जो इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़ा था। पुलिस ने बताया कि इस मोबाइल फोन का इस्तेमाल ईवीएम मशीन को अनलॉक करने के लिए ओटीपी जनरेट करने के लिए किया गया था, जिसका इस्तेमाल 4 जून को नेस्को सेंटर के अंदर किया गया था। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

            लेकिन राहुल गांधी के इस बयान ने एक बार फिर देश में ईवीएम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। हालांकि लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कई बार कांग्रेस से ईवीएम की सार्थकता के बारें में पूछा गया था तो कांग्रेस ने ऐसा कुछ नही कहा था जो ईवीएम पर सवाल खड़े करे लेकिन अब एलन मस्क के बाद आखिर ऐसा क्या हो गया कि राहुल गांधी ने ईवीएम पर सवाल उठा दिये। अगर ऐसा होता तो इंडी गठबंधन लोकसभा चुनाव में इतनी सीटे नही जीत पाता। चाहे कोई कुछ भी कहे विपक्ष की पूरी मंशा होती है कि ठीक काम को भी उलटा साबित किया जाए ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। फिर चाहे इससे देश की प्रतिष्ठा ही धूमिल क्यों न होती हो।

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