
तेल अवीव/शिव कुमार यादव/- इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) और इसकी खुफिया एजेंसी शिन बेट ने शनिवार को दावा किया कि आतंकी संगठन हमास का एयरफोर्स चीफ अबू रकाबा (।इन त्ांंइं) मारा गया है। आईडीएफ और शिन बेट ने एक संयुक्त बयान में कहा कि हमास के हवाई संचालन प्रमुख अबू रुकबेह आतंकी संगठन के ड्रोन संचालन हवाई पहचान प्रणाली और हैंड ग्लाइडर के लिए जिम्मेदार था। बयान में आगे कहा गया है कि मारा गया हमास नेता 7 अक्टूबर के हवाई अभियानों के मार्गदर्शन और क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार था, जिसके चलते हमास के आतंकवादी इजरायल में पहुंचे और हत्याओं को अंजाम दिया।

इजरायली जासूसी एजेंसी मोसाद के मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) यायर रविद ने बताया कि इजरायली सेना इजरायली में 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए जिम्मेदार सभी लोगों की तलाश करेगी। अबू रूबेख को हमास के सैन्य अभियानों का शीर्ष नेता माना जाता है और आईडीएफ 7 अक्टूबर के हमलों के लिए जिम्मेदार हमास नेतृत्व को मारने पर फोकस कर रहा है।
गाजा में हवाई हमले और तेज
वहीं, इजरायल ने गाजा पट्टी में इंटरनेट और संचार के अन्य माध्यम बंद कर दिए हैं, जिससे वहां रहने वाले 23 लाख लोगों का आपस में तथा बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है। इजराइल ने शुक्रवार रात से गाजा पर हवाई और जमीनी हमले भी तेज कर दिए हैं. इजराइल की सेना ने कहा कि वह क्षेत्र में जमीनी अभियान ‘‘व्यापक’’ कर रही है। सेना की यह घोषणा इस बात का संकेत देती है कि वह गाजा पर संपूर्ण आक्रमण के नजदीक पहुंच रही है। उसने गाजा में हमास आतंकियों का पूरी तरह से सफाया करने का प्रण लिया है। इजराइल के हवाई हमलों के कारण हुए विस्फोट से गाजा सिटी के आसमान में लगतार चमक दिखाई देती रही।
गाजा में एक सप्ताह से बिजली गुल
फलस्तीन के टेलीकॉम प्रदाता ‘पालटेल’ ने कहा कि बमबारी के कारण इंटरनेट, सेल्युलर और लैंडलाइन सेवाएं ‘पूर्ण रूप से बाधित’ हो गईं हैं। संचार ठप होने का तात्पर्य यह है कि हमले में लोगों के मारे जाने और जमीनी कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाएगी। हालांकि, क्षेत्र में कुछ सैटेलाइट फोन काम कर रहे हैं। गाजा एक सप्ताह से बिजली नहीं होने से अंधेरे में डूबा हुआ है। फलस्तीन के लोग भोजन और पेयजल की समस्या से भी जूझ रहे हैं। गाजा के लोग उस वक्त दशहत में आ गए, जब मैसेजिंग ऐप अचानक बंद होने के कारण परिवारों के साथ उनका संपर्क कट गया और कॉल आने बंद हो गए।

वेस्ट बैंक के रामल्ला शहर में महिलाओं की एक संस्था की निदेशक वफ़ा अब्दुल रहमान ने कहा, ‘‘मैं बहुत डर गई. मेरी कई घंटों से मेरे परिवार से कोई बातचीत नहीं हुई है.’’ कब्जे वाले क्षेत्रों के लिए संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक लिन हेस्टिंग्स ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि फोन और इंटरनेट सेवा के बिना अस्पताल और सहायता अभियान संचालित नहीं हो सकेंगे. वहीं, रेड क्रिसेंट ने कहा कि वह चिकित्सा दलों से संपर्क नहीं कर पा रहा है और निवासी एम्बुलेंस सेवा को फोन नहीं कर पा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों ने कहा कि वे सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल से केवल कुछ कर्मचारियों से ही संपर्क कर सके हैं. इजराइल के सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि गाजा में जमीनी बलों ने शुक्रवार शाम से ‘‘अपनी गतिविधि बढ़ा’’ दी है।
More Stories
दिल्ली: 20 अप्रैल से 5 मई तक पूरे देश में वक्फ संशोधन जागरूकता अभियान चलाएगी बीजेपी
राज्य में हिंसा, RSS जिम्मेदार- ममता बनर्जी, मुर्शिदाबाद हिंसा में घिरीं बंगाल सीएम का बड़ा आरोप
जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही, राष्ट्रीय राजमार्ग किए बंद
देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए SC ज़िम्मेदार- निशिकांत दुबे, राजनीति मैदान में मचा हंगामा
उन्नत प्याज की खेती को लेकर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन
नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान ने किया राव तुलाराम अस्पताल का औचक दौरा