
क्रिकेट/सिमरन मोरया/- भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने आईपीएल में एक नई लहर के बल्लेबाजी प्रतिभाओं की तारीफ की है। उन्होंने चार युवा खिलाड़ियों को पहचानते हुए कहा है कि ये खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना सकते हैं। आईसीसी रिव्यू पर बोलते हुए शास्त्री ने कहा कि वह चेन्नई सुपर किंग्स के आयुष म्हात्रे, राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी और पंजाब किंग्स के ओपनिंग जोड़ी प्रियंश आर्य और प्रभसिमरन सिंह के निडर खेल से हैरान हैं। हालांकि उन्होंने वैभव सूर्यवंशी के लिए चेतावनी भी दी है, जो इन दिनों सुर्खियों में हैं।
शास्त्री ने कहा, “पंजाब के दो ओपनर्स (आर्य और सिंह) भी बहुत जोर से शॉट्स खेलते हैं। ऐसा लगता है कि ये युवा, 14 और 17 साल की उम्र में, पहले छह ओवरों में ही गेंद को मारने के लिए आते हैं।” 23 वर्षीय प्रियांश आर्या ने विशेष रूप से आक्रामक खेल दिखाया है। उन्होंने आठ इनिंग्स में 254 रन बनाए हैं, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 201.58 है। उन्होंने CSK के खिलाफ शानदार शतक भी जड़ा. शनिवार को बारिश से बाधित मैच में भी उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और 35 गेंद में 69 रन ठोक दिए।
लंबा सफर तय करेगा आयुष- रवि शास्त्री
वहीं, 17 साल के आयुष म्हात्रे ने अपनी निडर बल्लेबाजी से मुम्बई इंडियंस जैसी स्टार-स्टडेड टीम के खिलाफ महज 15 गेंदों में 32 रन बना दिए। शास्त्री ने कहा, “आयुष म्हात्रे ने जो शॉट्स मुम्बई इंडियंस के खिलाफ खेले, वो अविश्वसनीय थे। 17 साल का लड़का इस तरह से अपने आप को व्यक्त करता है, उसने सबका ध्यान खींच लिया। अगर उसे सही तरीके से संभाला जाए और सही लोगों से घेरा जाए, तो वह लंबा सफर तय कर सकता है।”
वैभव सूर्यवंशी को रवि शास्त्री की सलाह
शास्त्री ने 14 साल के वैभव सूर्यवंशी की भी तारीफ की, जिन्होंने आईपीएल में अपनी पहली ही गेंद पर छक्का मारते हुए 20 गेंदों पर 34 रन बनाए। हालांकि, उन्होंने सूर्यवंशी की निडरता की सराहना की, लेकिन साथ ही एक चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा, “उसने जो पहला शॉट खेला, वो सबकी सांसें थामने वाला था। लेकिन वह बहुत छोटा है। असफलताएं आएंगी। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह उन्हें कैसे संभालता है।” शास्त्री ने यह भी कहा कि सूर्यवंशी की शुरुआती सफलता उसे कठिन चुनौती दे सकती है। “लोग नए-नए तरीके से गेंदबाजी करेंगे। बहुत सारी शॉर्ट गेंदें फेंकी जाएंगी। जब आप किसी की पहली गेंद पर छक्का मार देते हो, तो कोई रहम नहीं दिखाता। उसे इसकी आदत डालनी होगी।”
पूर्व भारतीय कोच ने भारत की सफेद गेंद क्रिकेट प्रतिभाओं की गहराई को स्वीकार किया, लेकिन चयनकर्ताओं से यह भी कहा कि वे इन-फॉर्म खिलाड़ियों को मौका देने में देर न करें। शास्त्री ने कहा, “अगर आपको लगता है कि कोई खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और अधिकांश बक्से चेक कर रहा है, तो उसे चुनें,” शास्त्री ने जोर देते हुए कहा। “अगले सीजन का इंतजार मत करें। जब लोहे का तापमान गर्म हो, तो उसी समय वार करें।”
More Stories
शहबाज और मुनीर को ओवैसी का खुला चैलेंज
अमृतसर में जहरीली शराब से 17 की मौत, सीएम मान मौके पर
आदमपुर पंहुचें पीएम मोदी, पाक के झूठ को किया बेनकाब
बुद्ध का संदेश “अप्प दीपो भव और मध्यम मार्ग” को जीवन में अपनाना जरूरी -डा. मुन्नी कुमारी
रुड़की में गौ तस्करों और पुलिस के बीच मुठभेड़, एक बदमाश घायल, बाकी फरार
शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी ढेर