नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/बिहार/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- बिहार में एक तरफ जहां पहले चरण के लिए मतदान हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्य में ताबड़तोड़ तीन रैलियां की। भागलपुर, मुजफ्फरपुर के बाद उन्होंने राजधानी पटना में लोगों को संबोधित किया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान पर एक शब्द भी नहीं कहा। प्रधानमंत्री ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव को जंगलराज का युवराज करार दिया। उन्होंने कहा कि इनका ट्रैक रिकॉर्ड देखिए क्या ये बिहार की जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने एनडीए की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बिहार विकास की प्रगति पर आगे बढ़ रहा है। कुशासन से हटकर सुशासन के मार्ग पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने ठान लिया है कि राज्य को लूटने वालों को परास्त करेंगे।
‘जंगलराज के युवराज’ से बिहार की जनता क्या अपेक्षा रखती है
‘जंगलराज के युवराज’ से बिहार की जनता पुराने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर और क्या अपेक्षा कर सकती है? जंगलराज की परंपरा में सब सीखने वाले लोगों को मुझसे ज्यादा अच्छी तरह बिहार की जनता जानती है।
ऑप्टिकल फाइबर से हर गांव में सार्वजनिक वाई-फाई सेवा मिलेगी। प्राथमिक विद्यालय, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी और जीविका दीदीयों को एक साल के लिए मुफ्त इंटरनेट सुविधा दी जाएगी।
टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए अब नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन भी शुरू किया जा रहा है।
इसके तहत बिहार के सभी नागरिकों का हेल्थ रिकॉर्ड बनेगा। इससे गरीब को, मध्यम वर्ग के साथियों को अस्पतालों में लंबी कतारों में खड़ा होने की जरूरत नहीं रहेंगी।
निरंतर आगे बढ़ना, नए आयाम तय करना ही विकास है। अब देश के करोड़ों साथियों को गांव में तेज इंटरनेट चाहिए। 1,000 दिनों के भीतर गांव-गांव ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने का अभियान भी बिहार से शुरू हो चुका है। लक्ष्य ये है कि बिहार के गांव-गांव में ये काम कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाए।
बिहार में आईटी हब बनने की पूरी संभावना है
जनधन, आधार, मोबाइल की त्रिशक्ति अगर नहीं होती, तो कोरोना काल में बिहार के लाखों गरीबों के हक का राशन कोई हड़प लेता। जो पहले के वर्षों में होता था।
बिहार में आईटी हब बनने की, पूरी संभावना है। यहां पटना में भी आईटी की बड़ी कंपनी ने अपना ऑफिस खोला है। सिर्फ ऑफिस ही नहीं खुला है, बिहार के नौजवानों के लिए नए अवसर भी खुले हैं। बीते वर्षों में दर्जन भर बीपीओ पटना, मुजफ्फरपुर और गया में खुले हैं।
आज एनडीए सरकार का जोर है कि सरकारी सेवाओं और सुविधाओं से कोई क्षेत्र या कोई व्यक्ति छूट न जाए। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है पटना में ही शहरी गरीबों को 28 हजार पक्के घर टेक्नोलॉजी के उपयोग से स्वीकृत हुए हैं।
सड़क, पानी और सीवर जैसे बुनियादी मुद्दों पर हो रहा है काम
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा और अवसरों के अभाव के कारण बिहार का जो हमारा गरीब और वंचित छूट जाता था, उसको सबसे ज्यादा लाभ होने वाला है।
बीते समय में शिक्षा से लेकर शासन तक, किसान से लेकर श्रमिक तक, ईज ऑफ लिविंग से लेकर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तक के लिए अभूतपूर्व रिफॉर्म्स किए गए हैं। आज साढ़े तीन दशक बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश को मिल चुकी है।
आज पटना सहित बिहार के सभी शहरों में सड़क, पानी और सीवर जैसे बुनियादी मुद्दों पर तेज गति से काम किया जा रहा है। गंगा जी में गिरने वाले गंदे नालों का पानी साफ करने के लिए आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट भी लग रहे हैं।
बिहार के गरीब की आकांक्षा कौन पूरी कर सकता है
पहले पटना में रिंग रोड की मांग होती थी। रिंग रोड बनी तो फिर मेट्रो की मांग तेज हुई। आज पटना मेट्रो पर काम चल रहा है तो दूसरे शहरों में भी ऐसी ही सुविधा की अपेक्षाएं बढ़ी हैं।
जिन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचा, बिहार के एक-एक व्यक्ति के साथ अन्याय किया, दलितों-पिछड़ों-वंचितों का हक भी हड़प लिया, क्या वो लोग बिहार की उम्मीदों को समझ भी पाएंगे?
बिहार के गरीब की आकांक्षा, बिहार के मध्यम वर्ग की ये आकांक्षा कौन पूरी कर सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार को बीमार बनाया, बिहार को लूटा, क्या वो ये काम कर सकते हैं।
पहले सामान्य रेलवे स्टेशन भी एक सपना थे। अब स्टेशन तो आधुनिक सुविधाओं से जुड़ ही रहे हैं, नए-नए रेल रूट शुरू किए जाने की भी आकांक्षा है।
कुशासन से सुशासन की तरफ मजबूती से कदम बढ़ा रहा है बिहार
पहले अस्पताल में एक डॉक्टर का मिलना दुर्लभ था। अब जगह-जगह मेडिकल कॉलेज और एम्स जैसी सुविधाओं की आकांक्षा है। पहले गांव-गांव में मांग थी कि किसी तरह खड़ंजा बिछ जाए, अब हर मौसम में बनी रहने वाली चैड़ी सड़कों की आकांक्षा है।
अटल जी कभी कहते थे कि बिहार में बिजली की परिभाषा ये है, कि वो आती कम है और जाती ज्यादा है। लालटेन काल का अंधेरा अब छट चुका है। बिहार की आकांक्षा अब लगातार बिजली और एलईडी बल्ब की है।
बीते डेढ़ दशक में बिहार ने नीतीश जी की अगुवाई में कुशासन से सुशासन की तरफ कदम मजबूती से बढ़ाए हैं। एनडीए सरकार के प्रयासों के कारण बिहार ने, असुविधा से सुविधा की ओर, अंधेरे से उजाले की ओर, अविश्वास से विश्वास की ओर, अपहरण उद्योग से अवसरों की ओर का एक लंबा सफर तय किया है।
पटना में तीसरी रैली को संबोधित कर रहे हैं पीएम
दरभंगा और मुजफ्फरपुर के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में तीसरी रैली को संबोधित कर रहे हैं।
बिहार में जंगलराज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे
भाजपा जो कहती हैं वो करती हैं। अब मैनिफेस्टो पढ़कर लोग कयास लगाते हैं कि अगला फैसला कौन सा होगा। हमने कहा था- गरीबों, किसानों, महिलाओं को सशक्त बनाएंगे। आज किसानों के खाते में सीधी मदद, महिलाओं को गैस कनेक्शन, गरीबों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है।
श्पहले के समय, जो लोग सरकार में थे, उनका मंत्र रहा है- पैसा हजम, परियोजना खत्म। उन्हें कमीशन शब्द से इतना प्रेम था कि कनेक्टिविटी पर कभी ध्यान ही नहीं दिया।श्
बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- बिहार में जंगलराज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे। बिहार को लूटने वालों को फिर हराएंगे। इस प्रतिभाशाली धरती के नौजवानों को धोखा देने वालों को फिर हराएंगे। बिहार की महिलाओं का जीना दूभर कर देने वालों को फिर हराएंगे।
आपका वोट बिहार को फिर से बीमार होने से बचाएगा
बिहार को आत्मनिर्भर बनाने की भावना के साथ आपको इस बार अपना वोट भाजपा, जेडीयू, हम पार्टी और वीआईपी पार्टी के गठबंधन यानी एनडीए को देना है। याद रखिए आपका एक-एक वोट बिहार को फिर से बीमार होने से बचाएगा।
हाल में जो श्रम सुधार किए गए हैं, उसमें देश की महिला श्रम शक्ति के लिए काम के सभी क्षेत्रों को पूरी सुरक्षा के साथ खोल दिया गया है। महिलाओं को पुरुषों के बराबर मेहनताने का कानूनी अधिकार सुनिश्चित किया गया है।
एनडीए सरकार चाहे केंद्र में हो, या बिहार में, महिला सशक्तिकरण के अभूतपूर्व प्रयास चल रहे हैं।
बेटियों की पढ़ाई, दवाई से लेकर कमाई तक, एक के एक कदम उठाए गए हैं।
मुजफ्फरपुर में नया एलपीजी प्लांट लगा है
विकास और सुशासन के मूल में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है। विकास हो- दलित-पीड़ित-शोषित-वंचित, नौजवान, महिलाएं सबका विकास हो। कोई न पीछे रहे, न ही किसी से भेदभाव हो। सोच के साथ एनडीए सरकार काम कर रही है, भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटी है।
मुजफ्फरपुर हो, वैशाली हो, सीतामढ़ी हो, ये पूरा क्षेत्र बिहार के अहम व्यापारिक केंद्र भी है और बिहार में तीर्थाटन का, हैरिटेज टूरिज्म का भी महत्वपूर्ण सेंटर है। ऐसे में यहां के शहरों के सुंदरीकरण पर और सामान्य सुविधाओं का निर्माण एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता है।
यहां मुजफ्फरपुर में नया एलपीजी प्लांट लगा है। इसके अलावा पटना और पूर्णिया में भी एलपीजी प्लांट्स का विस्तार किया गया है। सिर्फ एलपीजी ही नहीं इस पाइपलाइन से बिहार के अनेक जिलों में, अनेक शहरों में पाइप से सस्ती गैस पहुंचाई जा रही है।
बिहार का युवा विश्वास और आत्मविश्वास से भरा है
हाल ही में एक और बड़ी योजना शुरू की गई है। जिनका लाभ बिहार के लोगों को भी मिलेगा। पीढ़ी दर पीढ़ी गांवों में रहने के बाद भी गांव के घरों का कोई कानूनी दस्तावेज न होने से ग्रामीणों को दिक्कतें होती हैं।
बीते वर्षों में बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए अभूतपूर्व काम किया गया है। बिहार के गरीब से गरीब परिवार को वो मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं, जिनका इंतजार उसने दशकों तक किया है।
आज बिहार का युवा विश्वास और आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उसकी आकांक्षाएं और अपेक्षाएं पूरी हों, इसके लिए बिहार में सुशासन का बने रहना जरूरी है। नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार सुशासन के जिस रास्ते पर चला है उसे केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद नई ऊर्जा मिली है।
झूठ, फरेब और भ्रम पर आधारित है इन दलों की राजनीति
इन दलों की राजनीति झूठ, फरेब और भ्रम पर आधारित है। इन लोगों के पास बिहार के विकास का न ही कोई रोडमैप है और न ही कोई अनुभव।
अपना काम, अपना कारोबार करने वालों के साथ इन लोगों का जो बर्ताव रहा है, उसे तो बिहार के लोग कभी नहीं भूल सकते। रंगदारी दी तो बचेंगे, नहीं तो किडनैपिंग इंडस्ट्री का कॉपीराइट तो उन लोगों के पास ही है। इसलिए इनसे सावधान रहना है।
वो दल जो बिहार के उद्योगों को बंद करने के लिए बदनाम हैं, जिनसे निवेशक कोसों दूर भागते हैं, वो लोग बिहार के लोगों को विकास के वायदे कर रहे हैं। सरकारी नौकरी तो छोड़िए, इन लोगों के आने का मतलब है, नौकरी देने वाली प्राइवेट कंपनियां भी बिहार से भाग जाएंगी।
एनडीए सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर में कर रही है निवेश
वो दल जिन्होंने बिहार को अराजकता दी, कुशासन दिया वो फिर मौका खोज रहे हैं। जिन्होंने बिहार के नौजवानों को गरीबी और पलायन दिया, सिर्फ अपने परिवार को हजारों करोड़ का मालिक बना दिया, वो फिर मौका चाहते हैं।
एनडीए सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो निवेश कर रही है, गांवों के पास बेहतर सुविधाएं विकसित करने पर जोर दे रही है, उसका लाभ बिहार के लोगों को मिलने वाला है। इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपये का स्पेशल फंड बनाया गया है।
ये चुनाव आने वाले दशक में, इस सदी में बिहार के भविष्य को तय करेगा। आपका एक वोट ये तय करेगा कि आत्मनिर्भरता का संकल्प लेकर निकले भारत में बिहार की भूमिका क्या होगी? आपका एक वोट तय करेगा कि आत्मनिर्भर बिहार का लक्ष्य कितनी तेजी से हम पूरा कर पाएंगे।
मुजफ्फरपुर में बोले पीएम- असाधारण परिस्थिति में हो रहा है चुनाव
आप कल्पना कर सकते हैं, एक तरफ महामारी हो और साथ ही जंगलराज वाले राज करने आ जाएं तो ये बिहार के लोगों पर दोहरी मार की तरह हो जाएगा। जंगलराज के युवराज से बिहार की जनता पुराने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर और क्या अपेक्षा कर सकती है।
ये समय हवा-हवाई बातें करने वालों को नहीं, बल्कि जिनके पास अनुभव है, जो बिहार को एक गहरे अंधेरे से निकालकर यहां लाए हैं, उन्हें दोबारा चुनने का है।
इस बार बिहार का चुनाव बहुत ही असाधारण परिस्थिति में हो रहा है। कोरोना के कारण आज पूरी दुनिया चिंता में है। महामारी के समय में बिहार को स्थिर सरकार बनाए रखने की जरूरत है। विकास को, सुशासन को सर्वोपरि रखने वाली सरकार की जरूरत है।
इनका ट्रैक रिकॉर्ड याद रखिएगा
एक तरफ एनडीए है, आत्मनिर्भर बिहार बनाने का संकल्प लेकर खड़ा है। दूसरी तरफ ये लोग हैं जो बिहार की विकास परियोजनाओं के पैसों पर नजरें गड़ाए हुए हैं।
इनके ट्रैक रिकॉर्ड को याद रखिएगा। ये वो लोग हैं जिनके राज में बिहार में अपराध इतना फला-फूला कि लोगों का जीना मुहाल हो गया था। ये वो लोग हैं जो किसान कर्जमाफी का बात करके, कर्जमाफी के पैसे में भी घोटाला कर जाते हैं।
बिहार को लूटने वालों को फिर हराएंगे
जिन लोगों की ट्रेनिंग समाज को बांटकर राज करने की हो, जिन लोगों की ट्रेनिंग कमीशनखोरी की हो, वो बिहार के हित में कभी सोच नहीं सकते।
बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- बिहार में जंगलराज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- बिहार को लूटने वालों को फिर हराएंगे। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- इस प्रतिभाशाली धरती के नौजवानों को धोखा देने वालों को फिर हराएंगे।
दरभंगा सहित मिथिलांचल के एक बड़े हिस्से में आप अगले चरण में मतदान करेंगे। राज्य के अन्य क्षेत्र के लोगों ने जो प्रण किया है, उसी प्रण का आपको भी ध्यान रखना है। ये प्रण बिहार के भविष्य के लिए, आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण के लिए बहुत जरूरी है।
आत्मनिर्भर बिहार, आत्मनिर्भर मिथिलांचल
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी से लेकर जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने जो सपने देखे थे वो अब पूरे होते दिख रहे हैं। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है।
बिहार के लोगों को विकास के ऐसे ही कामों की रफ्तार बढ़ाने के लिए मतदान करना है। बिहार के विकास के व्यापक रोडमैप का अगला चरण है, आत्मनिर्भर बिहार, आत्मनिर्भर मिथिलांचल। यहां मिथिला पेंटिंग, कृषि, डेयरी उद्योग, मछली उत्पादन और कारोबार से जुड़ी कई संभावना है।
पान-माछ-मखाना, इन सबमें आत्मनिर्भर भारत को ताकत देने की बहुत बड़ी संभावना इस क्षेत्र में है। समस्तीपुर तो एक प्रकार से देश में कृषि, पशुपालन और मत्यस्य पालन से जुड़ी रिसर्च का हब बन चुका है।
पैसा हजम परियोजना खत्म
केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद कोसी महासेतु का काम कई गुना तेजी से हुआ। कुछ दिनों पहले ही मुझे कोसी महासेतु के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है। इससे 300 किलोमीटर की दूरी 20-22 किमी तक सिमट गई है। अब 8 घंटे की यात्रा सिर्फ आधे घंटे में ही पूरी होने लगी है।
पहले के समय जो लोग सरकार में थे उनका मंत्र रहा है- पैसा हजम परियोजना खत्म। उन्हें कमीशन शब्द से इतना प्रेम था कि कनेक्टिविटी पर कभी ध्यान ही नहीं दिया।
गरीबों के लिए जो 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है, उसका लाभ भी इस क्षेत्र के युवाओं को मिलना तय है। इसके साथ ही सरकार ने हमारे दलित, पिछड़े, अति-पिछड़े भाई बहनों के लिए आरक्षण को जो अगले 10 साल तक के लिए बढ़ा दिया है, वो भी यहां के नौजवानों के लिए लाभकारी है।
आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प पर बढ़ेंगे आगे
दरभंगा में एयरपोर्ट की आधुनिक सुविधाएं मिलने से पूरे मिथिलांचल की कनेक्टिविटी और सशक्त होगी। रामायण सर्किट का अहम हिस्सा होने के कारण मिथिलांचल में पर्यटन, तीर्थाटन की संभावनाओं का विस्तार होगा।
दरभंगा में एम्स बनने से मिथिलांचल को बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी। दरभंगा एम्स के लिए 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा मंजूर किए गए हैं। एम्स बनने से यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं तो मिलेंगी ही, मेडिकल की पढ़ाई की सीटें भी बढ़ेंगी।
एनडीए का यही ट्रैक रिकॉर्ड आज बिहार के जन-जन को आश्वस्त करने वाला है। एनडीए और भाजपा ने विकास को जो रोडमैप अपने मैनिफेस्टो में खींचा है उस पर तेजी से अमल होगा ये तय है। आत्मनिर्भर बिहार का जो संकल्प लिया है उस पर हम और तेजी से आगे बढ़ेंगे।
महिलाओं को लकड़ी के धुएं से मिली मुक्ति
इस क्षेत्र में पानी से होने वाली बीमारियों की दिक्कत हमेशा रही है। इस दिक्कत का एक बड़ा इलाज है, हर घर पीने का शुद्ध पानी पहुंचे। बीते समय में पूरी ताकत से बिहार में ये काम किया गया है।
कोरोना के इस संकट काल में हमने ये भी कहा था कि हर गरीब को मुफ्त अनाज देंगे। दुनिया को अचरज हो रहा है कि 130 करोड़ के देश को 8 महीने तक इस देश का कोई व्यक्ति भूखा न सोए इतनी बड़ी व्यवस्था कोरोना के संकटकाल में की गई।
हमने कहा था कि हर गरीब बहन-बेटी की रसोई में मुफ्त गैस कनेक्शन पहुंचाएंगे। आज उज्जवला योजना ने बिहार की भी करीब 90 लाख महिलाओं को लकड़ी के धुएं से मुक्त किया है। हमने कहा था हर गरीब को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देंगे। आज बिहार के भी हर गरीब को ये सुविधा मिल रही है।
राम मंदिर की तारीख पूछने वाले बजा रहे हैं ताली
बीते 15 वर्षों में बिहार नीतीश जी के नेतृत्व में बहुत आगे बढ़ा है। आज मां सीता अपने नैहर को तो प्रेम से निहार ही रही होंगी। अयोध्या पर भी आज यहां की नजर होगी। सदियों की तपस्या के बाद आखिरकार अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू होगा। राम मंदिर की तारीख पूछने वाले अब मजबूरी में ताली बजा रहे हैं।
भाजपा और एनडीए की पहचान है कि जो कहते हैं वो करके दिखाते हैं। देश में पहली बार ये हुआ है, जब मैनिफेस्टो को उठाकर ये आंकलन लगाया जा रहा है कि आगे कौन सा कदम सरकार उठाने वाली है।
हमने कहा था कि हर किसान के बैंक खाते में सीधी मदद भेजेंगे। आज करीब-करीब एक लाख करोड़ रुपये की सीधी मदद किसान के खाते में जमा कराई जा चुकी है। हमने कहा था कि हर गरीब का बैंक खाता खोलेंगे। आज 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों का बैंक खाता खुल चुका है।
कोविड नियमों का पालन करें मतदाता
अपनी रैली की शुरुआत में उन्होंने कहा कि आज पहले चरण का मतदान चल रहा है। जहां-जहां मतदान हो रहा है उन सभी साथियों से मेरा आग्रह है कि कोविड-19 के नियमों का पालन करें। कोरोना से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतें। पान, माछ आ मखान सं समृद्ध अई गौरवशाली भूमि पर आबि क हम अहां सभ के प्रणाम करैत छी।
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