
मानसी शर्मा /- नए साल के पहले दिन जापान में 150 से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। झटकों के बाद कम से कम 24लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, वहीं अभी तक97,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। द जापान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह संख्या बढ़ भी सकती है। 7.6-प्रारंभिक तीव्रता वाले भूकंप ने कई इमारतों को नष्ट कर दिया, कई जगहो पर आग लग गई और हजारों घरों में बिजली गुल हो गई।झटकों के बादजापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने शुरू में इशिकावा प्रान्त के लिए एक बड़ी सुनामी की चेतावनी जारी की, इसके बाद कुछ तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, इस क्षेत्र में चार दशकों से अधिक समय में सबसे शक्तिशाली भूकंप आए है, वहीं अब बचाव कार्यों में सहायता के लिए सेना के जवानों को तैनात किया गया है। भूकंप का झटका पड़ोसी नागानो प्रान्त के पहाड़ों में भी महसूस किया गया। जापानी सरकार ने कहा कि सोमवार रात तक, उसने जापान के मुख्य द्वीप होंशू के पश्चिमी तट पर नौ प्रान्तों में 97,000 से अधिक लोगों को खाली करने का आदेश दिया था। उन्हें खेल हॉल और स्कूल व्यायामशालाओं में रात बिताने के लिए तैयार किया गया था, जिन्हें आमतौर पर आपात स्थिति में निकासी केंद्र के रूप में उपयोग किया जाता था।
समय के खिलाफ लड़ाई -PM फुमियो
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि उन्होंने खोज और बचाव टीमों को जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया है।मंगलवार को एक आपातकालीन आपदा बैठक के दौरान उन्होंने कहा, “भूकंप से प्रभावित लोगों की खोज और बचाव समय के खिलाफ लड़ाई है।” भूकंप से जापान के लंबे पश्चिमी समुद्री तट के साथ-साथ पड़ोसी दक्षिण कोरिया में लगभग 1 मीटर (3.3 फीट) ऊंची लहरें उठीं। आपदा के एक दिन बाद भी क्षति की सीमा और साथ ही मरने वालों की संख्या स्पष्ट नहीं है, सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों की प्रमुख सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे बचाव प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों और जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, सोमवार को सुदूर नोटो प्रायद्वीप में पहली बार आए भूकंप के बाद से 90 से अधिक झटके पाए गए हैं। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में और भी तेज़ झटके आ सकते हैं। प्रभावित क्षेत्रों में कई रेल सेवाएं और उड़ानें भी निलंबित कर दी गई हैं। होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर (9505.टी) वेबसाइट के अनुसार, मंगलवार की सुबह इशिकावा प्रान्त में लगभग 33,000 घर बिजली प्रभावित हुई है।
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