नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- गूगल ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान किया है, जो खासतौर पर हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अब गूगल का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित भाषा मॉडल Gemini हिंदी में भी उपलब्ध होगा। यह कदम गूगल के भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए भाषा संबंधी बाधाओं को तोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। गूगल Gemini का यह अपडेट भारत सहित उन सभी देशों के लिए अहम है, जहां हिंदी बोलने और समझने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या काफी अधिक है।
क्या है Google Gemini?
Google Gemini गूगल का नवीनतम AI आधारित भाषा मॉडल है, जिसे जानकारी खोजने, सवालों के जवाब देने, टेक्स्ट जनरेट करने और संवादी AI के रूप में उपयोग किया जाता है। यह गूगल का सबसे उन्नत भाषा मॉडल है, जो अब तक अंग्रेजी में उपलब्ध था। लेकिन अब गूगल ने इसे हिंदी में भी उपलब्ध कराने की घोषणा की है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं के लिए नई सुविधा
इस कदम के जरिए गूगल हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं को AI की शक्ति से लैस कर रहा है। अब उपयोगकर्ता गूगल Gemini से हिंदी में सवाल पूछ सकते हैं और उन्हें हिंदी में ही जवाब मिलेगा। इससे हिंदी बोलने वाले लोग भी गूगल की नवीनतम तकनीकों का पूरा फायदा उठा सकेंगे। गूगल का यह कदम डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ भारत में AI उपयोगकर्ताओं की संख्या को भी बढ़ाएगा।
भारत के लिए खास कदम
भारत में गूगल के उपयोगकर्ता आधार का एक बड़ा हिस्सा हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करता है। गूगल Gemini का हिंदी में आना, न केवल हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी सुविधा है, बल्कि यह गूगल के भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और भी मजबूत करेगा। भारत में तेजी से बढ़ते इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और AI तकनीकों के उपयोग को देखते हुए, यह निर्णय सही समय पर लिया गया है।
भविष्य में और भी भाषाओं का समर्थन
गूगल ने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में वह और भी भारतीय भाषाओं में Gemini का समर्थन करेगा। इससे भारत के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग अपनी मातृभाषा में AI का उपयोग कर सकेंगे। यह कदम भारतीय भाषाओं के संरक्षण और उन्हें तकनीकी दुनिया में मजबूत स्थान देने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
Google Gemini का हिंदी में आना गूगल की एक बड़ी पहल है, जो भारत में AI के प्रसार को और भी आसान बनाएगा। इससे न केवल भाषा की बाधा टूटेगी, बल्कि हिंदी भाषी उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट और AI के नए आयामों से जोड़ने का काम भी होगा। अब, गूगल की AI तकनीक का लाभ उठाना और भी आसान हो जाएगा, क्योंकि यह अब हिंदी में भी “बोलेगा”।
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