कन्नौज/उमा सक्सेना/- कन्नौज जिले के मकरंदनगर स्थित कुतलूपुर मोहल्ले में सोमवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई जब घर में घुसे दो बदमाशों ने 50 वर्षीय सुनीता श्रीवास्तव की हत्या कर दी और उनकी बेटी कोमल को बंधक बना लिया। बदमाश घर से लाखों रुपये की नकदी और जेवरात लूटकर फरार हो गए। हैरान कर देने वाली इस वारदात को ठेके पर काम करने वाले टाइल्स मिस्त्री और उसके भतीजे ने अंजाम दिया।

बहादुरी दिखाकर बेटी ने बचाई अपनी जान
वारदात के वक्त सुनीता की बड़ी बेटी कोमल (26) घर पर मौजूद थी। आरोपियों ने पहले मां के हाथ-पैर बांधकर हथौड़े से वार कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद कोमल को भी बंधक बनाकर जान से मारने की कोशिश की गई। लेकिन कोमल ने साहस दिखाते हुए रस्सी खोल ली और शीशा तोड़कर पड़ोसी की छत पर कूद गई। वहां उसने शोर मचाकर मदद मांगी, जिससे उसकी जान बच गई।
पड़ोसियों ने दी मदद, मां को न बचा सके
पड़ोसियों ने तुरंत मां-बेटी को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। मोहल्ले में घटना की खबर फैलते ही दहशत का माहौल बन गया। लोग यह जानकर हैरान थे कि पिछले तीन महीने से जिन मजदूरों को उन्होंने अपने आसपास काम करते देखा था, उन्हीं पर यह गंभीर आरोप लगा है।
पुलिस ने बनाई जांच टीमें, CCTV फुटेज से पहचान
सूचना मिलते ही एसपी विनोद कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में दोनों आरोपी कैद हो गए हैं। पुलिस ने तुरंत तीन टीमें बनाकर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ठेकेदार और भतीजे पर आरोप
कोमल ने पुलिस को बयान दिया कि मकान में टाइल्स और पत्थर का काम करने वाले ठेकेदार जसवंत सिंह और उसके भतीजे ने ही यह साजिश रची। दोनों कई दिनों से उनके घर में काम कर रहे थे और परिवार की स्थिति को भली-भांति जानते थे। सोमवार को भी वे काम के बहाने घर आए और वारदात को अंजाम दे दिया।
बीमा क्लेम से बनवाया था नया मकान
जानकारी के मुताबिक, सुनीता के पति की मौत आठ साल पहले हो चुकी थी। बीमा से मिले पैसों से उन्होंने मोहल्ले में दूसरा मकान खरीदा और वहां निर्माण कराया। छोटा मकान होने की वजह से उन्होंने बड़ा घर बनवाने का फैसला किया था। इसी मकान में टाइल्स का काम जसवंत को दिया गया था।
परिवार की स्थिति
सुनीता की बड़ी बेटी कोमल शादीशुदा है लेकिन वैवाहिक कलह के चलते मायके में रह रही थी। वहीं छोटी बेटी दीया उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत है। वारदात के समय वह बैंक में ड्यूटी पर थी। परिवार के बारे में मोहल्ले के लोगों का कहना है कि सुनीता अपने बच्चों के साथ शांतिपूर्वक जीवन बिता रही थीं।
आरोपी का आपराधिक अतीत
मुख्य आरोपी जसवंत मूल रूप से बलरामपुर जिले का निवासी है और लंबे समय से मकानों में टाइल्स और पत्थर का काम करता था। वह कन्नौज के तिर्वा इलाके में किराए के मकान में रह रहा था। साथ ही उसका भतीजा भी वहीं उसके साथ रहता था और लोग दोनों को पिता-पुत्र समझते थे। पुलिस अब जसवंत और उसके रिश्तेदारों की पृष्ठभूमि खंगाल रही है।


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