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December 29, 2025

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9 महीने बाद धरती पर सुरक्षित पहुंची सुनीता विलियम

-1900°C तापमान...सात मिनट के लिए टूटा संपर्क; जब सुनीता की वापसी के दौरान मंडराया कल्पना चावला जैसा खतरा!

प्रियंका सिंह/- भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई हैं। उनके साथ अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और दो अन्य सदस्य भी थे। यह यान फ्लोरिडा की खाड़ी में सुरक्षित उतरा। इसे एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

स्पेसक्राफ्ट से संपर्क टूटना
हालांकि, सफलता के इन पलों में एक ऐसा भी समय आया जब अंतरिक्ष यान से संपर्क टूट गया। इस दौरान मिशन नियंत्रकों और अंतरिक्ष यात्रियों के बीच सात मिनट तक संपर्क नहीं हो पाया। यह समय किसी भी स्पेसक्राफ्ट के वायुमंडल में प्रवेश करने के लिए अत्यधिक संवेदनशील होता है, क्योंकि इस दौरान तापमान बहुत अधिक हो जाता है और यान के क्रैश होने का खतरा बढ़ जाता है।

ब्लैकआउट के कारण
स्पेसएक्स की केट टाइस ने बताया कि जब स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के घने वायुमंडल में प्रवेश करता है तो अत्यधिक घर्षण और दबाव के कारण यान का बाहरी हिस्सा 1926 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो सकता है, जिससे प्लाज्मा का निर्माण होता है और 10 मिनट तक संचार बाधित हो सकता है।

2003 में कल्पना चावला की दुर्घटना
यह स्थिति 2003 में हुई कल्पना चावला की दुर्घटना की याद दिलाती है, जब नासा का अंतरिक्ष यान कोलंबिया वायुमंडल में प्रवेश करते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें कल्पना चावला भी शामिल थीं। ऐसे में यह समय किसी भी स्पेसक्राफ्ट के लिए अत्यधिक सावधानी भरा होता है।

कम्युनिकेशन ब्लैकआउट क्या होता है?
जब कोई स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो उसकी गति लगभग 28,000 किमी/घंटा होती है। इस रफ्तार से घर्षण के कारण तापमान बहुत बढ़ जाता है, और यान के क्रैश होने का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान संपर्क टूटने को “कम्युनिकेशन ब्लैकआउट” कहा जाता है, जिसमें यान और मिशन कंट्रोल के बीच कुछ मिनटों तक कोई सिग्नल नहीं मिलता।

सुरक्षित लैंडिंग और पृथ्वी पर वापसी
हालांकि, इस चुनौती को पार करते हुए सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रूप से स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकाले गए। 286 दिन बाद, सुनीता और उनके साथियों ने धरती की ताजा हवा में सांस ली और सफलतापूर्वक वापसी की।

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