
अनीशा चौहान/- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गुरुवार, 12 दिसंबर की सुबह नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ नक्सल विरोधी सर्च अभियान के तहत नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव जिलों की डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की जा रही थी। मुठभेड़ सुबह तीन बजे से शुरू हुई और अभी तक सात नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है।
पुलिस ने दी मुंहतोड़ जवाब
मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों द्वारा की जा रही रुक-रुक कर गोलीबारी का पुलिस जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ अभी भी जारी है और सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों का जिक्र करते हुए सुरक्षा बलों की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा, “नारायणपुर में नक्सल विरोधी अभियान चल रहा था, जिसमें हमारे सुरक्षा बलों ने सात नक्सलियों को मार गिराया है। मैं उनकी बहादुरी को नमन करता हूं।”
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी इस मुठभेड़ को लेकर बयान देते हुए कहा, “आज की कार्रवाई सूचना के आधार पर की जाती है, और ड्रोन से नक्सलियों को ट्रेस किया जाता है। आने वाले वर्षों में बस्तर से नक्सलवाद का आतंक खत्म होगा। यह सरकार का संकल्प है।”
पिछली मुठभेड़ की जानकारी
इससे पहले बुधवार को भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को मार गिराया था, जबकि आईईडी विस्फोट में डीआरजी के दो जवान घायल हो गए थे। घटनास्थल से नक्सलियों के कई सामान भी बरामद किए गए थे।
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जारी सुरक्षा अभियान का हिस्सा है, और राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार तेज की जा रही है।
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