
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/भावना शर्मा/शिव कुमार यादव/- अभी तक दिल्ली देहात को कोविड-19 के संक्रमण से पूरी तरह से सुरक्षित माना जा रहा था लेकिन तबलीगी जमात के सहारे अब कोरोना का संक्रमण दिल्ली देहात में भी पैर पसारने लगा है। नजफगढ़ देहात के खैरा व दीनपुर गांव में दो लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। हालांकि प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए और हर गांव में लोगों की जांच के लिए टीमें तैयार कर काम भी शुरू कर दिया है। फिर भी गांवों में कोरोना की दस्तक ने सभी को िंचंता में डाल दिया है।
दरअसल शनिवार को ही खैरा गांव में एक युवक को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। युवक विदेश से आया था लेकिन प्रशासन उस पर नजर रखे हुए था। प्रशासन ने उसको व उसके परिवार को होम कॉरेंटाइन में रखा हुआ था। लेकिन उसी दिन दीनपुर गांव से भी एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पायें जाने का मामला सामने आया था। उक्त शख्स तबलीगी मरकज जमात में शामिल हुआ था। हालांकि प्रशासन इस परिवार पर भी नजर बनाये हुऐ था लेकिन उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने से प्रशासन की परेशानियां बढ़ गई है। हालांकि प्रशासन उक्त शख्स को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कर दिया है और परिवार के सदस्यों को होम क्वांटीन में रखा गया है लेकिन अभी तक उनमें कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नजर नही आ रहे हैं। इस संबंध में जिला कोरोना कॉर्डिनेटर व नजफगढ़ एसडीएम सौम्या शर्मा ने बताया कि प्रशासन पूरे जिले में खासकर गांवों व कॉलोनियों में कड़ी नजर रखे हुए है। दीनपुर में जो शख्स मिला है उसके सभी कॉनटेक्ट को तलाशा जा रहा है। मरकज से जितने भी लोग आये थे उनमें से 198 का द्वारका सेक्टर-16 में डीयूएसएसबी सैंटर में रखा गया है। जहां उनका ईलाज चल रहा है। वहीं नजफगढ़ देहात में स्थिति पूरी तरह से काबू में है कहीं कोई ऐसी बात नही है जो परेशानी पैदा कर सके। हालांकि प्रशासन सब ठीक होने का दावा कर रहा है लेकिन फिर भी कोरोना का वायरस धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। अधिकारियों के अनुसार नजफगढ़ क्षेत्र में अभी तक दो लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे लेकिन अब गांवों में कोरोना के दो नये मरीज पाये जाने से जरूर प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है जिसके लिए हो सकता है प्रशासन कुछ नये प्रतिबंध भी लगाने की तैयारी करे। अधिकारियों की माने तो सब कुछ लोगों की सुरक्षा के लिए ही किया जा रहा है। फिर प्रशासन के कर्मचारी भी लोगों के लिए ही अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है। ऐसे में अगर नये प्रतिबंध भी लगाये जाते है तो लोगों को उनका पालन करना चाहिए।
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