-विदेश में दी जाती थी डिजिटल अरेस्ट की ट्रेनिंग

गुरुग्राम/शिव कुमार यादव/- गिरफ्तारी के बाद यूट्यूबर बॉबी कटारिया की मुश्किले बढ़ती ही जा रही हैं। पुलिस का मानना है कि बॉबी कटारिया के तार अंतरराष्ट्रीय कबूतरबाजी और साइबर ठगों के गिरोह से जुडे़ हो सकते हैं। अभी तक बेरोजगार युवाओं कर मानव तस्करी कर विदेश भेजने के मामले में बॉबी कटारिया ने एक चौंकाने वाला नया खुलासा किया है। बॉबी कटारिया का कहना है कि डिजिटल अरेस्ट की ट्रेनिंग विदेश में दी जाती थी। इस खुलासे के बाद अब एनआईए भी जांच में जुट गई है। इसमें कई युवाओं के फंसे होने की आशंका है।
           बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने के मामले में बॉबी कटारिया पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। सूत्रों की माने तो जिन चीनी कंपनियों में युवाओं से ठगी कराई जाती थी, उनमें काम से पहले उनको ठगी करने के लिए डिजिटल अरेस्ट करने के तरीके सिखाए जाते थे।
          बेरोजगार युवकों को मोटी रकम कमाने का सपना दिखा कर विदेश भेजने के मामले में गिरफ्तार बॉबी कटारिया से पूछताछ कर रही सीआईए दस की टीम को चौंकाने वाली जानकारी मिली है।
         उससे डीसीपी क्राइम विजय कुमार व एसीपी क्राइम वरुण दहिया भी पूछताछ कर रहे हैं। डीसीपी वेस्ट एनआईए के अधिकारियों के संपर्क में है। एनआईए ने गुजरात सहित अन्य ठिकानों से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उसी कड़ी में बॉबी कटारिया का भी नाम आया है।
         एनआईए से मिले इनपुट के बाद वेस्ट जोन की पुलिस ने छापामारी की थी। एनआईए और कमिश्नरेट की पुलिस को आईटी सेल की ओर से कुछ जवाब आने का इंतजार है। जो उसके अंतरराष्ट्रीय गिरोह के संपर्क की पुष्टि करेगा।
         पुलिस की छानबीन में पता चला है कि बॉबी कटारिया की एमबीके ग्लोबल कंसलटेंसी कंपनी के माध्यम से विदेश जाने वाले युवाओं को एयरपोर्ट पर ही अटेंड किया जाता है। उसको वहां पर ठहराने से लेकर ट्रेनिंग दिलाने वाले लोग अन्य गिरोह से जुड़े हुए हैं। वह उनके संपर्क में कैसे आया। उनको एक युवा भेजने पर क्या कमीशन मिलता था।

कटारिया के खाते में इंटरनेशन ट्राजेक्शन की आशंका
पुलिस की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि उसके आफिस के खाते में विदेशी लेन-देन भी हुआ है। पुलिस टीम को छापेमारी के दौरान 20 लाख रुपया नकद मिले हैं। पूछताछ के दौरान विदेशी बैंक से लेन देन हुआ है। रकम की संख्या व अन्य जानकारी के लिए एनआईए की भी मदद ली जा रही है। जिन कंपनियों से बॉबी के खाते में पैसा आया होगा उस पर एनआईए की नजर है।

पूछताछ के लिए ले जा सकती है एनआईए
गृह मंत्रालय से मिले इनपुट में विदेश भेजने वालों पर एनआईए का शिकंजा है। उसी क्रम में बॉबी कटारिया की गिरफ्तारी हुई है। अब तक एनआईए गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है। एनआईए के अधिकारियों की ओर से इनपुट लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो कभी भी उसे दिल्ली लेकर जा सकती है।

मानव तस्करी का आरोपी बॉबी कटारिया तीन दिन की रिमांड पर
कबूतरबाजी व मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार बॉबी कटारिया को अदालत ने तीन दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस ने आरोपी से 20 लाख रुपये की नकदी व चार मोबाइल फोन व वारदात से संबंधित कागजात बरामद किए हैं। पुलिस आरोपी से इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर मानव तस्करी के इस मामले में एनआईए भी जांच कर रही है।
         पुलिस प्रवक्ता के अनुसार यूपी के फतेहपुर निवासी अरुण कुमार व हापुड़ निवासी मनीष तोमर ने बजघेड़ा थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वे बेरोजगार थे और इंस्टाग्राम पर यूट्यूबर बॉबी कटारिया के संपर्क में थे।  यूट्यूब चैनल पर विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देखकर उन्होंने बॉबी कटारिया से संपर्क किया। बॉबी ने उन्हें अपने सेक्टर-109 स्थित ऑफिस बुलाया।
          अरुण कुमार एक फरवरी 2024 को बॉबी कटारिया से उसके आफिस में मिला और दो हजार रुपये में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। पुलिस ने अदालत में आरोपी के खातों में हुए ट्रांजेक्शन व उसके मोबाइल से आने वाली डिटेल के आधार पर छानबीन करने की बात कही है। सीआईए दस की टीम ने आरोपी को अदालत में पेश करते हुए पांच दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी। जिस पर अदालत ने आरोपी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।

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