कोलकाता/नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के डॉक्टरों की लंबित मांगों को पूरा करते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। देर रात तक चली मैराथन बैठक के बाद, सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और चिकित्सा शिक्षा के निदेशक को उनके पदों से हटा दिया जाएगा। इस फैसले के साथ ही मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों की अधिकांश मांगों को मान लिया है और आज नए अधिकारियों की घोषणा भी की जाएगी।
बैठक की प्रमुख बातें
रातभर चली बैठक के बाद सीएम ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कोलकाता के नए पुलिस आयुक्त के नाम की घोषणा मंगलवार शाम चार बजे के बाद की जाएगी। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से अपील की है कि वे अपने काम पर लौटें, और आश्वस्त किया कि उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “हमने डॉक्टरों की लगभग 99 प्रतिशत मांगें मान ली हैं। मैं उनसे काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं क्योंकि आम लोगों को इससे परेशानी हो रही है।”
डॉक्टरों की प्रतिक्रिया
डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के इस फैसले को नैतिक जीत करार दिया, लेकिन आंदोलन जारी रखने की बात कही। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और काम पर लौटने की घोषणा नहीं होती, वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। एक डॉक्टर ने कहा, “हम आरजी कर अस्पताल के बलात्कार-हत्या मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं। हमारे द्वारा किए गए वादों की पूरी तरह से पूर्ति होना जरूरी है।”
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर अस्पताल मामले की सुनवाई भी होनी है। आंदोलनकारी चिकित्सकों ने इस सुनवाई की दिशा में भी ध्यान केंद्रित किया है। इसके बाद वे एक बैठक करेंगे और अपने आगे के कदम तय करेंगे।
बैठक का समय और प्रक्रिया
सोमवार शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर राज्य सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच बातचीत शुरू हुई। शाम 6:20 बजे 35 जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित घर पर पहुंचा, और बातचीत शाम 6:50 बजे शुरू हुई। बैठक रात करीब नौ बजे समाप्त हुई, इसके बाद दोनों पक्षों ने वार्ता के ब्योरे को अंतिम रूप देने में अगले ढाई घंटे लगाए। चिकित्सकों को रात करीब साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री के आवास से निकलते देखा गया। डॉक्टरों ने बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को अपनी मांगों के साथ एक ज्ञापन भी सौंपा।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदम और डॉक्टरों के साथ हुई सकारात्मक बातचीत ने स्थिति को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उम्मीद है कि नए अधिकारियों की नियुक्ति और अन्य वादों की पूर्ति से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और सामान्य जनजीवन तेजी से सामान्य होगा।
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