नई दिल्ली/सिमरन मोरया/- सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। अमेरिका में आए नौकरियों के बेहतर आंकड़े और चीन में मई महीने में सोने की खरीद 18 महीने के निचले स्तर पर लुढ़कने के कारण कीमतों में यह गिरावट आई है। वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में 3% से अधिक की गिरावट आई, जिसके पीछे दो मुख्य कारण थे। पहला अमेरिका में उम्मीद से अधिक रोजगार वृद्धि और चीन द्वारा सोने की खरीद में ठहराव आना। वैश्विक बाजार में आई इस गिरावट के बाद भारत में सोमवार को इनकी कीमतों में बड़ी गिरावट आनी तय मानी जा रही है।
सोने-चांदी के वैश्विक भाव
सोने की वैश्विक कीमतों में भी गिरावट देखी जा रही है। कॉमेक्स पर सोने का वैश्विक वायदा भाव 3.34 फीसदी या 79.80 डॉलर की गिरावट के साथ 2,311.10 डॉलर प्रति औंस पर है। वहीं, सोने का वैश्विक बाजार भाव गिरकर 2,293.78 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच चुका हैं। वहीं कॉमेक्स पर चांदी का वायदा भाव 6.69 फीसदी या 2.09 डॉलर की गिरावट के साथ 29.27 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए हैं। वहीं, चांदी का वैश्विक हाजिर भाव 29.15 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है।
क्या हैं गोल्ड के भाव
एमसीएक्स एक्सचेंज पर कल यानी शुक्रवार की शाम को सोने में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 5 अगस्त 2024 की डिलीवरी वाला सोना 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 71,341 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। वहीं 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना गिरावट के साथ 72,040 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। एमसीएक्स एक्सचेंज पर कल यानी शुक्रवार को 5 जुलाई 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 201 रुपए की गिरावट के साथ 88,888 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई है। वहीं 5 सितंबर 2024 को डिलीवरी वाली चांदी 91,050 रुपए के स्तर पर बंद हुई है। 5 दिसंबर 2024 को डिलीवरी वाली चांदी की गिरावट के साथ 93,274 रुपए पर बंद हुई है।
बीते दिनों गिरे थे भाव
सोने और चांदी की कीमतों में बीते दिनों तेजी देखने को मिली थी। सोना-चांदी की कीमतें काफी बढ़ी थी। हालांकि अब सोने-चांदी में दोबारा गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में अगर आप सोने-चांदी में निवेश का मन बना रहे हैं तो ये आपके लिए अच्छा मौका हो सकता है।
अमेरिका में रोजगार वृद्धि
विश्लेषकों ने इस गिरावट का श्रेय मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़ों को दिया, जो फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दरों में कटौती में मंदी का संकेत दे सकते हैं। कम ब्याज दरें आम तौर पर सोने को निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाती हैं, जो एक गैर-उपज वाली संपत्ति है।
चीन की खरीद में रुकावट
चीन के केंद्रीय बैंक ने कथित तौर पर मई में अपने सोने के भंडार में वृद्धि करना बंद कर दिया, इस कदम ने लगातार 18 महीनों की खरीद का सिलसिला तोड़ दिया। एक प्रमुख खरीदार द्वारा इस रुकावट ने निवेशकों की भावना को और कमजोर कर दिया
कीमत में गिरावट सोने के लिए एक महत्वपूर्ण तेजी के बाद मामूली सुधार को दर्शाती है। हाल ही में आई गिरावट के बावजूद, सोने की कीमत इस साल अब तक लगभग 15% अधिक बनी हुई हैं।
More Stories
AR RAHMAN के पास बेशुमार दौलत, तो अब तलाक के बाद सायरा को कितना मिलेगा गुजारा भत्ता?
“किसके चेहरे पर AAP लड़ेगी दिल्ली विधानसभा चुनाव”, सत्येंद्र जैन का बड़ा बयान आया सामने
“मैंने अपनी को-स्टार को डेट किया है…” विजय देवरकोंडा ने रश्मिका संग अफेयर की अफवाह से उठाया पर्दा
कुमारी शैलजा ने सीएम नायब सैनी को लिखा पत्र, कर दी बड़ी मांग
CM योगी ने कैबिनेट के साथ देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’, यूपी में भी फिल्म को किया टैक्स फ्री
मुंबई के होटल में ‘CASH FOR VOTE’ के आरोपों से घिरे BJP नेता विनोद तावड़े, हंगामे के बीच दी सफाई