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    सीएम गहलोत ने सदन में 8 मिनट तक पढ़ा पिछले साल का बजट,

    -मंत्री ने टोका, विपक्ष ने कहा- शेम-शेम, तो सीएम ने सदन में माफी मांगी

    नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/जयपुर/शिव कुमार यादव/- राजस्थान में बजट सत्र के दौरान एक दिलचस्प मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ दिया। करीब 8 मिनट तक वह पुराना बजट पढ़ते रहे, तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने आकर सीएम के कान में कुछ कहा और वो रूक गए। गहलोत का भाषण रुका, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। तो सीएम ने माफी मांगी और बोले गलती हो जाती है।
                   इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ा गया हो और इस पर जोरदार हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी। सीएम गहलोत बजट भाषण के लिए जब तीसरी बार खड़े हुए तो माफी मांगी। उन्होंने कहा, जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं।
                   विपक्षी सदस्य भारी हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए थे। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पुराना बजट पढ़ा है। भारी हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और अफसरों की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। इस पर भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। भाजपा सीएम के माफी मांगने पर अड़ी रही। सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित करनी पड़ी।

    गहलोत बोले- बजट भाषण में एक पेज एक्स्ट्रा पेज लग गया
    दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो ब्ड अशोक गहलोत ने सफाई दी। कहा, ’बजट भाषण की इस कॉपी में फर्क हो तो बताइए। एक एक्स्ट्रा पेज लग गया गलती से। मैं एक पेज गलत पढने लग गया। लीक होने का सवाल कहां से आ गया?’
                     राजस्थान में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई, पहली करीब आधे घंटे के लिए, फिर 15 मिनट के लिए। हालांकि मुख्यमंत्री ने जब भाषण की शुरुआत की तो वह शेर पिछले भाषण में नहीं था, लेकिन इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा पिछले साल ही की गई थी। 2022 के बजट भाषण का अंश, जिसमें इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना और मनरेगा के तहत रोजगार के 125 दिन करने की घोषणा की गई थी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने बजट की जो भूमिका बनाई थी, वह नई थी। जब गहलोत ने दो पॉइंट्स हूबहू पढ़े तो यह देख सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने सीएम के कान में बोला। इसी बीच विपक्ष के नेता और उपनेता ने सवाल उठाया कि सीएम पुराना भाषण पढ़ रहे हैं और बजट लीक हो गया है। इस पर हंगामा शुरू हो गया। भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया तो हंगामा बढ़ने लगा तो स्पीकर ने 11 बजकर 12 मिनट पर आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

    स्पीकर बोले- आज जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण
    दोबारा सदन शुरू होने पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, उसमें हमने पास्ट में पता लगाया। सीएम ने जो भाषण दिया है, वह ठीक नहीं होगा। आज की घटना से आहत हुए हैं। मानवीय भूल होती रहती है। इस अनहोनी घटना के लिए जो सारी कार्यवाही हुई है, उसे निरस्त करता हूं। 11 बजे से 11ः42 तक की पूरी घटना को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया है।

    कटारिया बोले- बाहर के व्यक्ति ने कैसे बताया कि बजट गलत पढ़ रहे हैं
    नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कुछ मिनट तक गलत पढ़ने के बाद तीसरे व्यक्ति ने आकर बताया कि गलत पढ़ रहे हैं। बजट लीक हुआ है, बजट गोपनीय होता है और इसकी कॉपी सीएम के अलावा किसी दूसरे के पास कैसे पहुंच गई। सीएम को तीसरे आदमी ने आकर बताया, यह बजट किसी तीसरे व्यक्ति को कैसे मालूम पढ़ा। सदन का मान रखना चाहते हैं तो इस बजट को दूसरे दिन अलग से पेश किया जाए। आज की घटना से लोकतंत्र शर्मसार हुआ है।

    दूसरी बार कार्यवाही स्थगित, विपक्ष सीएम से माफी की मांग पर अड़ा
    राजस्थान विधानसभा में भारी हंगामा से दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी है। पहली बार 12 बजकर 42 मिनट तक के लिए कार्यवाही स्थगित की, दोबारा फिर सदन शुरू हुआ तो भी ठश्रच् का हंगामा जारी रहा। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और समूचा विपक्ष मुख्यमंत्री से सदन में माफी की मांग कर रहा है। हंगामा जारी रहने के बाद स्पीकर ने दूसरी बार 15 मिनट तक के लिए सदन स्थगित कर दिया। इसके बाद सदन शुरू हुआ तो ब्ड बजट भाषण के लिए तीसरी बार खड़े हुए। अब वह बजट पेश कर रहे हैं।

    गहलोत ने सदन में गलती पर सफाई दी, ट्वीट में भाजपा पर हमला
    स्पीकर की ओर से बजट दोबारा पेश करने की अनुमति मिलने के बाद गहलोत बोलना शुरू किया। कहा, कॉपी वही आपको मिली है, जो बजट में पढ़ने वाला था। एक एकस्ट्रा पेज था। ये बजट को प्रेस में मैंने नहीं छपाया। मुझे बताइए अगर मैं एक पेज गलत पढ़ने लग गया, वो ही लोग जिन्होंने बजट बनवाया, उनमें से कोई मुझे कनवे करें कि पेज गलत आ गया। इसे कहां लीक होने की बात आती है। बजट की गरिमा होती है, बजट के आधार पर गवर्नेंस चलती है। इसमें पक्ष-विपक्ष कुछ नहीं होता। इस बीच विपक्ष हंगामा करता रहा।

                   सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसे ह्यूमन एरर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय भी हुए हैं। इसके जवाब में राजे ने कहा कि कोई भी ब्ड अगर अपने भाषण में इस तरह की गलती करे तो आई फील कि राजस्थान का क्या होगा? इससे पहले पूर्व सीएम राजे ने इस मुद्दे पर ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, ’जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री बिना चेक किए 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे, आप समझ सकते हैं कि उनके हाथ में प्रदेश कितना सुरक्षित है? ये इतिहास में पहली बार हुआ है।’
                   पूरे घटनाक्रम पर सीएम ने भी ट्वीट किया। इसमें उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए लिखा, ’भाजपा सिर्फ़ यह दिखाना चाहती है कि वह राजस्थान के विकास और तरक्की के खिलाफ है। इनका मन-गढ़ंत आरोप कि बजट लीक हो गया यह दर्शाता है कि बजट को भी यह अपनी ओछी राजनीति से नहीं छोड़ेंगे। ’बचत, राहत, बढ़त’ में एक ही बाधा है – भाजपा।’
                   मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना दसवां बजट पेश कर रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए वे कई लोकलुभावन घोषणाएं कर रहे हैं। जिसमें राजस्थान में अब 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी, सभी भर्ती परीक्षाएं फ्री होंगी; 76 लाख परिवारों को 500 रुपए में सिलेंडर
    मिलेगा।

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