व्दम छंजपवद- व्दम म्समबजपवदः एक देश-एक चुनाव के पक्ष में कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव, ठश्रच् के मास्टरस्ट्रोक से विपक्ष में खलबली

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
November 21, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

व्दम छंजपवद- व्दम म्समबजपवदः एक देश-एक चुनाव के पक्ष में कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव, ठश्रच् के मास्टरस्ट्रोक से विपक्ष में खलबली

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/छत्तीसगढ़/शिव कुमार यादव/ – मोदी सरकार ने जब से संसद के विशेष सत्र का ऐलान किया है तब से एक देश-एक चुनाव  को लेकर फिर देशभर में चर्चा होने लगी। विपक्ष इसका विरोध कर रहा है और सरकार से इसकों लेकर सवाल पूछ रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम व कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने एक देश एक चुनाव के मुद्दे का समर्थन किया है।  
            मोदी सरकार ने जब से संसद के विशेष सत्र का ऐलान किया है तब से एक देश-एक चुनाव को लेकर फिर देशभर में चर्चा होने लगी. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने एक देश एक चुनाव के मुद्दे का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, व्यक्तिगत स्तर मैं एक देश एक चुनाव का स्वागत करता हूं., यह नया नहीं, पुराना ही आइडिया है। मोदी सरकार द्वारा 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के बाद माना जा रहा है कि सत्र में सरकार एक देश एक चुनाव पर बिल ला सकती है।

उधर, मोदी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ’वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर कमेटी का भी गठन किया है। पिछले कुछ वर्षों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों की अवधारणा की जोरदार वकालत की है। पीएम मोदी ने पिछले महीने भी राज्यसभा में चर्चा के दौरान एक देश-एक चुनाव को समय की जरूरत बताया था। अब इस पर विचार करने के लिए रामनाथ कोविंद को जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय सरकार की गंभीरता को दिखाता है।

कांग्रेस के लिए बढ़ेगी मुश्किल
कांग्रेस के खुद के नेता एक ओर एक देश-एक चुनाव का समर्थन कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस यह नहीं चाहेगी कि यह बिल लागू हो। जल्द ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलांगना, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव साथ में करवाए गए तो इं.डि.या. गठबंधन के लिए संभालना मुश्किल हो जाएगा। असलियत ये है कि सभी पार्टियां अपने-अपने राज्यों में कांग्रेस की विरोधी हैं। ऐसे में विधानसभा में अलग और लोकसभा में साथ लड़ना इन दलों के लिए टेढ़ी खीर है।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox