रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अचानक गुपचुप तरीके कीव पंहुचे बाइडन, लोग हैरान

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

March 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
24252627282930
31  
March 14, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अचानक गुपचुप तरीके कीव पंहुचे बाइडन, लोग हैरान

ं-रूस ने अमेरिका से न्यूक्लियर संधि की खारिज, चीन ने कहा बाइडेन ने आग में घी डाला

नजफगढ़ मेट्रो न्यूज़/नई दिल्ली/नजफगढ़/शिव कुमार यादव/- युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचकर दुनिया भर के लोगों को हैरान कर दिया। यूक्रेन पहुंचने के लिए बाइडन ने जो गुप्त योजना बनाई वह अब मीडिया में चर्चा का विषय बन गई है। बाइडन 20 फरवरी को स्टइलिश चश्मे, डिजाइनर ओवरकोट और पॉलिश्ड जूतों में कीव पहुंचकर रूस को कड़ा संदेश दिया। बाइडन अपनी इस ’सरप्राइज विजिट’ के बाद अमेरिकी मीडिया में स्टार बन गए हैं। हालांकि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका के साथ न्यूक्लियर संधि को खत्म कर दिया। वहीं चीन ने इसे बाइडेन की आग में घी डालने की बात कही।  

ऐसी रही बाइडन की गुप्त यात्रा
बाइडेन की यह यात्रा सोमवार सुबह अचानक से वाशिंगटन स्थित सैन्य हवाई अड्डे हैंगर में आधी रात में शुरू हुई। जो बाइडेन एक वायु सेना बोइंग 757 में सवार हुए, जिसे सी-32 के रूप में जाना जाता है। पंद्रह मिनट बाद बाइडन, कुछ सुरक्षाकर्मी, एक छोटी मेडिकल टीम, करीबी सलाहकार, और दो पत्रकार युद्ध क्षेत्र के रास्ते से यात्रा पर निकल गए।

जर्मनी-पोलैंड के रास्ते भरी उड़ान
उन्होंने ईंधन भरने के लिए वाशिंगटन से रामस्टीन, जर्मनी में अमेरिकी सैन्य अड्डे तक लगभग सात घंटे तक उड़ान भरी। यहां भी उनके प्लेन की विंडो शेड नीचे ही रहे और वे प्लेन से बाहर तक भी नहीं निकले। उनकी अगली उड़ान पोलैंड के लिए थी, जो रेज़्ज़ो-जेसिओनका हवाई अड्डे पर उतरी।

जोखिम भरी ओवरनाइट साइलेंट ट्रेन में यात्रा
स्थानीय समयानुसार रात के 9ः15 बज चुके थे, तब बाइडन ओवरनाइट साइलेंट ट्रेन में सवार हो गए। तब पत्रकारों को भी सवार होने के लिए कहा गया था। ट्रेन में अधिकांश लोग भारी सुरक्षा वाले थे। यूक्रेन में यह 10 घंटे की यात्रा, किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा की गई यात्रा से अलग थी।  एक सक्रिय युद्ध क्षेत्र में ट्रेन से यात्रा करना, जहां अफगानिस्तान या इराक में राष्ट्रपति के दौरे के विपरीत, अमेरिकी सैनिक सुरक्षा प्रदान करने वाले मौजूद नहीं हैं।

सुबह 8ः07 बजे बाइडन पहुंचे यूक्रेन
बाइडन जिस ट्रेन में सवार हुए थे वह सुबह आठ बजकर सात मिनट पर कीव में दाखिल हुई थी।  जो बाइडन ने यहां पहुंचने पर कहा कि कीव में वापस आना अच्छा लग रहा है। इससे पहले वह बाइडन ने यूक्रेन का दौरा तब किया था जब वे ओबामा की सरकार में उप राषट्रपति के पद पर तैनात थे।

रूस-यूक्रेन जंग को 24 फरवरी को एक साल पूरा हो रहा है। इससे ठीक 3 दिन पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के लोगों को संबोधित किया। पुतिन ने कहा- रूस ने शुरुआत में जंग को टालने के लिए तमाम डिप्लोमैटिक कोशिशें कीं, लेकिन नाटो और अमेरिका ने इन्हें कामयाब नहीं होने दिया। हम अब भी बातचीत चाहते हैं, लेकिन इसके लिए शर्तें मंजूर नहीं हैं।
             पुतिन ने कहा- यूक्रेन को लॉन्ग रेंज डिफेंस सिस्टम दिए जा रहे हैं। हमारे बॉर्डर पर इसकी वजह से खतरा मंडरा रहा है। रूस और यूक्रेन का मामला लोकल था। अमेरिका और उसके साथियों ने इसे दुनिया का मसला बना दिया। रूस 2011 में अमेरिका के साथ किया गया एटमी करार भी सस्पेंड कर रहा है।

’वेस्टर्न पावर्स की वजह से हुई जंग की शुरुआत’
पुतिन ने कहा- सच्चाई ये है कि इस जंग की शुरुआत वेस्टर्न पावर्स की वजह से हुई। हमने उस वक्त भी हर मुमकिन कोशिश की। वो लोग कीव और यूक्रेन के कंधों पर रखकर बंदूक चला रहे हैं, उन्हें मूर्ख बना रहे हैं। हम अपने वतन की हिफाजत करना बखूबी जानते हैं।
              अमेरिका और उसके साथी महज अपना दबदबा बढ़ाने की साजिश की खातिर दूसरों को मोहरा बना रहे हैं। वेस्टर्न पावर ने ही जंग के जिन्न को बोतल से बाहर निकाला है, और वो ही इसे वापस बोतल में डाल सकते हैं। हम तो सिर्फ अपने देश और लोगों की हिफाजत करना चाहते हैं और यही कर भी रहे हैं।

’अमेरिका ने हमेशा रूस को नजरअंदाज किया’
हमें तो वेस्टर्न पावर्स से भी बातचीत करने में कोई दिक्कत नहीं है। हम चाहते हैं कि हमारे बीच जॉइंट सिक्योरिटी स्ट्रक्चर हो। इसके लिए मैंने खुद कई साल तक कोशिश की, लेकिन अमेरिका और दूसरे वेस्टर्न पावर हल चाहते ही नहीं है। हमें हमेशा इग्नोर किया गया। दुनिया में ऐसा कौन सा देश है जिसके अमेरिका के बराबर दुनिया के दूसरे देशों में मिलिट्री बेसेस हैं? इसके बाद वो अमन की बात करते हैं तो सोचना पड़ता है।

पुतिन ने अमेरिका के साथ न्यूक्लियर ट्रीटी सस्पेंड की
पुतिन ने भाषण के आखिरी मिनटों में अहम घोषणा की। उन्होंने कहा है कि रूस परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका के साथ की गई स्टार्ट न्यू ट्रीटी को नहीं मानेगा। इसे सस्पेंड किया जा रहा है।

बाइडेन ने भी सुना पुतिन का भाषण
पुतिन ने करीब एक घंटे का भाषण दिया। पोलैंड के वारसा में मौजूद अमेरिका के राष्ट्रति जो बाइडेन ने यह स्पीच गौर से सुनी। माना जा रहा है कि वो कुछ देर में अमेरिका और वेस्टर्न पावर्स पर पुतिन के आरोपों का तफ्सील से जवाब देंगे।

चीन बोला- कीव जाकर बाइडेन ने आग में घी डालाःयूक्रेनी लोगों ने कहा- भरोसा जीता; रूसी एक्सपर्ट बोले- उकसाने के अलावा कुछ नहीं आता
बाइडेन के दौरे पर अब पूरी दुनिया से रिएक्शन आ रहे हैं। चीन के विदेश मंत्री किन गैंग ने कहा- कुछ देश आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। इस तुरंत बंद किया जाना चाहिए। इससे जंग खतरनाक और कंट्रोल से बाहर होती जा रही है।

                बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले को इस हफ्ते एक साल हो जाएगा। यहां एरियल अटैक सायरन (हवाई हमले का अलर्ट) गूंजना नई बात नहीं रह गई। सोमवार सुबह 8 बजे (यूक्रेन के वक्त के मुताबिक) अचानक इसकी आवाज तेज हो गई। कीव की सड़कें पहले ही ब्लॉक कर दी गईं थीं। आम लोगों को ऐतिहासिक चर्च रोड पर जाने की मंजूरी नहीं थी। लिहाजा उन्हें अंदाजा हो चला था कि कोई टटप्च् मूवमेंट होने वाला है।

रूस-यूक्रेन पर आपस में भिड़े चीन-अमेरिका
19 फरवरी को अमेरिका के गृह मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन पर आरोप लगाया कि वो यूक्रेन में जंग के लिए रूस को हथियार सप्लाई करने की योजना बना रहा है। जिससे जंग और भी आगे बढ़ेगी। ब्लिकंन के इस आरोप पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि रूस और चीन के संबंधों पर अमेरिका जिस तरह से उंगली उठा रहा है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दरअसल जंग से कुछ दिनों पहले ही चीन और रूस के बीच नो लिमिट पार्टनरशिप बनी थी। इसका फोकस बुरे हालातों में एक-दूसरे का साथ देना था।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox