-राष्ट्रपति पुतिन ने सुरक्षा अधिकारियों की बुलाई बैठक

मॉस्को/शिव कुमार यादव/– रूस में इस्राइली नागरिकों के खिलाफ हुए हमलों के बाद रूसी सरकार अलर्ट हो गई है। घटना के एक दिन बाद रूसी राष्ट्रपति ने सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। बैठक में कानून प्रवर्तन अधिकारी भी शामिल हुए। बता दें, हमले में 20 लोग घायल हो गए। पुलिस ने 60 हमलावरों को हिरासत में लिया है। बता दें, हमलावरों ने बैनर थामा हुआ था, जिसमें लिखा था कि दागेस्तान में बच्चों के हत्यारों का स्वागत नहीं है, हम यहूदी शरणार्थियों के खिलाफ हैं।  
           रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, रविवार को रूस के दागेस्तान के मखचकाला हवाईअड्डे पर तेल अवीव से एक हवाई जहाज पहुंचा। तेल अवीव का हवाई जहाज जैसे ही रूसी सरजमी पर उतरा, वैसे ही सैकड़ों यहूदी विरोधी उग्र हो गए। उन्होंने हवाईअड्डे पर हमला कर दिया।

यह है पूरा मामला
रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, रविवार को रूस के दागेस्तान के मखचकाला हवाईअड्डे पर तेल अवीव से एक हवाई जहाज पहुंचा। तेल अवीव का हवाई जहाज जैसे ही रूसी सरजमी पर उतरा, वैसे ही सैकड़ों यहूदी विरोधी उग्र हो गए। उन्होंने हवाईअड्डे पर हमला कर दिया। हमलावरों ने हाथों में यहूदी विरोधी बैनर पकड़े हुए थे। यहूदियों के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी। उन्होंने फलस्तीनी झंडे थामे हुए थे। बैनरों में लिखा था कि- दागेस्तान में बच्चों के हत्यारों का स्वागत नहीं है, हम यहूदी शरणार्थियों के खिलाफ हैं। हमलावर धार्मिक नारे लगा रहे थे।

60 आरोपियों को हिरासत में लिया
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले में 20 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में आम आदमी के साथ-साथ पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने हमले में शामिल 60 लोगों को हिरासत में लिया। रूसी जांच एजेंसी का कहना है कि सामूहिक अशांति फैलाने के आरोप में आपराधिक जांच शुरू कर दी है।  
          रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि सुरक्षा बैठक में समाज को विभाजित करने वाली घटनाओं पर चर्चा हुई। हवाई अड्डे पर हुई घटना बाहरी तत्वों के कारण हुई है। इसके अलावा, दागेस्तान के राज्यपाल सर्गेई मेलिकोव का कहना है कि यूक्रेन के कुछ आसामाजिक तत्वों ने टेलीग्राम चैनल के माध्यम से पूरा हमला आयोजित किया था, जिसका लक्ष्य था कि दागेस्तान को अस्थिर करना और अशांति को बढ़ावा देना है। बता दें, इस्राइली पीएम के दफ्तर ने कहा कि वह रूसियों से उम्मीद करते हैं कि रूसी नागरिक जहां भी होंगे वहां इस्राइली नागरिकों और यहूदियों की रक्षा करेंगे।

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