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    भारत बना दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश, चीन को पीछे छोड़ा

    -यूएन की रिपोर्ट में दावा भारत की आबादी चीन से 30 लाख ज्यादा हुई, युवा आबादी में भी भारत दुनिया में नंबर-वन

    नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- यूं तो भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आर्थिक विकास के मामले में लगातार आगे बढ़ रहा है और तकनीकी मामले में हर रोज हम नए-नए रिकॉर्ड्स बना रहे हैं। लेकिन अब जनसंख्या के मामले में भी भारत ने एक बार फिर दुनिया में अपना डंका बजाया है। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। इसका खुलासा यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) की रिपोर्ट में किया गया है। जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की जनसंख्या 142 करोड़ 86 लाख है तो वही चीन की जनसंख्या 142 करोड़ 57 लाख है, ऐसे में रिपोर्ट के अनुसार, अब भारत में चीन के मुकाबले करीब 30 लाख ज्यादा लोग हैं।

                        दरअसल, सदियों से चीन ही आबादी के लिहाज से दुनिया में पहले नंबर पर था, लेकिन रिपोर्ट के दावे के बाद अब भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। खास बात ये है कि इस साल की शुरूआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि 2023 में सबसे ज्यादा भारत में होगी और अब संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के नवीनतम आंकड़ों ने इस अनुमान पर मुहर लगा दी है।एक साल में भारत की जनसंख्या 1.56 फीसदी बढ़ी है।

    क्या है रिपोर्ट का दावा
    यूएनएफपीए की ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023’, जिसे ‘8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीजः द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस’ के टाइटल से जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि अब भारत की जनसंख्या 1,428.6 मिलियन है, जबकि चीन की जनसंख्या 1,425.7 मिलियन है यानी दोनों की जनसंख्या में 2.9 मिलियन का अंतर हो गया है। रिपोर्ट में ताजा आंकड़े ‘डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स’ की कैटेगरी में दिए गए हैं। यूएनएफपीए इंडिया के प्रतिनिध ने कहा कि अब दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई है। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो अमेरिका 34 करोड़ की आबादी के साथ तीसरे नंबर पर है।

    भारत के पास दुनिया में सबसे ज्यादा युवा भी हैं
    यूएनएफपीए की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 25 फीसदी आबादी 0-14 आयु वर्ग में है, यहां 10-19 साल तक की आयु के लोग 18 फीसदी हैं, 10-24 साल तक के लोग 26 फीसदी हैं, 15-64 साल तक के लोग 68 फीसदी और 65 से ऊपर के लोग 7 फीसदी हैं। वही चीन के आंकड़े 17 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी, 69 फीसदी और 14 फीसदी हैं। वहां 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग लगभग 20 करोड़ हो गए हैं।

    1950 के बाद पहली बार भारत की जनसंख्या चीन से ज्यादा
    रिपोर्ट में नए आंकड़े ’डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स’ की कैटेगरी में दिए गए हैं। यूएन 1950 से दुनिया में आबादी से जुड़ा डेटा जारी कर रहा है। तब से ये पहला मौका है जब भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ा है। पिछले साल जारी एक रिपोर्ट में सामने आया था कि पिछले 6 दशकों में पहली बार चीन की जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है। चीन में बच्चे पैदा करने की दर भी कम हुई है, और वो इस साल माइनस में दर्ज की गई।

    चीन में भारत से ज्यादा जी रहे लोग
    चीन में एवरेज लाइफ एक्सपेक्टेन्सी (जीवन की औसत उम्र) भारत से बेहतर है। यहां पुरुषों की औसत उम्र 76 साल और महिलाओं की औसत उम्र 82 साल है। वहीं भारत में पुरुषों की औसत उम्र 74 साल और महिलाओं की औसत उम्र सिर्फ 71 साल है। न्छथ्च्। इंडिया के प्रतिनिध ने कहा कि अब दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई है। हम भारत के 1.4 अरब लोगों को 1.4 मौकों के रूप में देखेंगे। उन्होंने कहा कि भारत एक शक्तिशाली देश है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आर्थिक विकास के मामले में लगातार आगे बढ़ रहा है। हम तकनीकी मामले में हर रोज नए-नए रिकॉर्ड्स बना रहे हैं।

    जनसंख्या कब बढ़ी इसकी जानकारी नहीं
    आंकड़े जारी करने के बाद न्छथ्च्। की मीडिया ए़डवाइजर एना जेफरीज ने कहा- ये साफ नहीं है कि भारत की जनसंख्या चीन से कब आगे निकली। दोनों देशों के आंकड़े जारी करने के समय में काफी अंतर है तो इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। हम यही बता सकते हैं कि चीन की जनसंख्या पिछले साल पीक पर थी जिसके बाद इसमें साढ़ें 8 लाख की गिरावट आई थी। वहीं इसके उलट भारत में पॉपुलेशन लगातार बढ़ रही है।

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