
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/मानसी शर्मा/– रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीन के प्रेसिडेंट जिनपिंग के बाद अब सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भी जी-20 समिट में शामिल न होने की आशंका प्रबल हो गई है। पाकिस्तानी मीडिया द नेशन के मुताबिक क्राउन प्रिंस ने जी-20 के लिए भारत दौरा कैंसिल कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया था कि समिट के बाद वो 11 सितंबर को एक दिन के लिए भारत की स्टेट विजिट पर रहेंगे। इसके ठीक पहले वो कुछ घंटों के लिए पाकिस्तान भी जाने वाले थे। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा- बिन सलमान का पाक दौरा स्थगित हो गया है और इसकी नई तारीखें जल्द ही बताई जाएंगी।

सऊदी क्राउन प्रिंस ने पाकिस्तान का दौरा भी टाला
द नेशन ने बताया कि पहले क्राउन प्रिंस ने पाकिस्तान का दौरा भी खारिज कर दिया था। इसके बाद वहां के अधिकारियों से बातचीत के बाद इसे पोस्टपोन किया गया। बिन सलमान पाकिस्तान में केयरटेकेर पीएम काकर और आर्मी चीफ मुनीर से मिलने वाले थे। इसके अलावा जी-20 समिट में शामिल होने के लिए रूस के राष्ट्रपति पहले ही इनकार कर चुके हैं।
पुतिन ने 28 अगस्त को पीएम मोदी से फोन पर बातचीत के दौरान बताया था कि शिखर सम्मेलन में उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल होंगे। पुतिन इससे पहले ब्रिक्स समिट के लिए भी साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग नहीं गए थे। वहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भी भारत आने पर संदेह बना हुआ है। गुरुवार को रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि जिनपिंग की जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग शामिल होंगे।

जी-20 में जिनपिंग के भी न आने की आशंका
रॉयटर्स ने भारत के 2 अधिकारियों, एक डिप्लोमेट और जी-20 के एक सदस्य देश के अधिकारी के हवाले से बताया था कि जिनपिंग आसियान समिट के लिए भी इंडोनेशिया नहीं जाएंगे। हालांकि, गुरुवार को अमेरिका राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई थी कि जिनपिंग समिट के लिए भारत पहुंचेंगे।
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि जिनपिंग समिट में शामिल होने के लिए भारत आ सकते हैं। दिल्ली में जिनपिंग और उनके डेलिगेशन के लिए होटल ताज पैलेस बुक भी किया गया था। चीन के राष्ट्रपति ने इस साल केवल 2 विदेश दौरे किए हैं। उन्होंने 5 दिन ही देश से बाहर गुजारे हैं। वे 2 दिन के लिए मार्च में रूस और 3 दिन के लिए अगस्त में साउथ अफ्रीका में हुई ब्रिक्स समिट में शामिल हुए थे।
सऊदी क्राउन प्रिंस इससे पहले 2019 में भारत दौरे पर आए थे। तब वो सऊदी के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर थे। अगर अब वो भारत दौरे पर आते तो ये बतौर प्रधानमंत्री उनकी पहली यात्रा होती।
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