नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/ विक्की झा/– आज संसद में बजट के पेश होने के बाद से ही लोगों ने इस बजट को लेकर अपनी राय देना शुरू कर दिया, जहां कुछ लोग इस बजट के पक्ष में बोलते हुए दिखाई दिए वही इसके विपक्ष में बोलने वालों की भी कमी नहीं है। आइए आज हम आपको ऐसे ही कुछ बजट के पक्ष और विपक्ष वाले नेताओं से मिलाएंगे, हालांकि कि बजट की घोषणा होने के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट पर अपनी विशेष टिप्पणी दी, अपने द्वारा की गई बात में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, “ये बजट अधिक बुनियादी ढांचा, अधिक निवेश, अधिक विकास और अधिक नौकरियों की नई संभावनाओं से भरा हुआ है। इससे ग्रीन जॉब्स का भी क्षेत्र खुलेगा ये बजट 100 साल की भयंकर आपदा के बीच, विकास का नया विश्वास लेकर आया है।

ये बजट, अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ ही सामान्य मानवों के लिए, अनेक नए अवसर बनाएगा साथ ही इस बजट में भारत के कोटि-कोटि जनों की आस्था, मां गंगा की सफाई के साथ-साथ किसानों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, इन पांच राज्यों में गंगा किनारे, नैचुरल फॉर्मिंग को प्रोत्साहन दिया जाएगा।”
अब यह तो हो गई भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की राय बजट 2022–2023 को लेकर, लेकिन यहां कुछ ऐसे भी महानुभवी हैं, जिन्हें यह बजट बिल्कुल भी पसंद नहीं आया उनमें से एक हैं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ, देवास इस बजट को लेकर कमलनाथ जी कहते हैं,”बजट में बेरोज़गारी, कृषि क्षेत्र के बारे में कुछ नहीं है। बजट में है क्या?

आम नागरिक को बजट में कौनसी राहत दी गई है। बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा बाकी कुछ नहीं।”वहीं भाजपा के भी कईं सारे नेता इस बजट के पक्ष में अपनी टिप्पणी देते हुए नजर आए।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि,” यह बजट एक साल के विकास के एजेंडे वाला बजट नहीं है बल्कि देश के अगले 25 साल की बुनियाद रखने वाला ब्लूप्रिंट है।

बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना कोरोना काल में भी भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है, इस बजट से अगले 5 साल में MSME को लगभग 6,000 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गरीबों के लिए अतिरिक्त 80 लाख घर बनाए जाएंगे। इसके लिए बजट में 48,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए 1,500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है बजट 2022-23 गरीब कल्याण बजट है।

वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने भी इस बजट की खूब निंदा की जहां इस बजट को अमीरों का बजट बताते हुए उन्होंने साफ साफ शब्दों में यह कहा कि,”इस साल का बजट सिर्फ अमीरों का बजट है, इसमें गरीबों के लिए कुछ भी नहीं है। पहले उन्होंने जो चीजें कही थीं, उसे दुबारा दोहराया है। उन्होंने कॉरपोरेट टैक्स घटाया, ये अमीरों का बजट है।अब इसे क्या ही समझा जाए, जहां एक पार्टी के नेता कहते हैं कि, इस बजट से सिर्फ बड़े–बड़े उद्योगपतियों को लाभ होगा, वही दूसरे नेता कहते हैं कि इस बजट से गरीबों का कल्याण होगा अब यह तो वक्त ही बताएगा कि इस बजट से किसका और कितना लाभ होता है।


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