दिल्ली/शिव कुमार यादव/- दिल्ली में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय राजधानी का सियासी पारा हाई है। सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के अशोक विहार में झुग्गी-बस्ती में रहने वाले 1675 परिवारों को ’.’स्वाभिमान फ्लैट्स’ की चाबी सौंपी। इस दौरान पीएम मोदी ने जमकर आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधां और दिल्ली सरकार को आप-दा सरकार का तमगा दे दिया।
अब प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली आए थे। उन्होंने लगभग 43 मिनट का भाषण भाषण दिया, जिसमें से उन्होंने 39 मिनट केवल दिल्ली के लोगों.और उनके द्वारा चुनी गई सरकार को गाली देने का काम किया। 2015 में दिल्ली के लोगों ने दो सरकारें चुनी थीं। उन्होने कहा कि दिल्ली हॉफ स्टेट है.और दिल्ली में लोग दो सरकारें चुनते है। जिनमें कुछ मुद्दे एक सरकार के अंतर्गत आते हैं कुछ दूसरी सरकार के अंतर्गत लेकिन हमने तो दिल्ली में जो भी काम किया वो जगजाहिर है वहीं केंद्र सरकार ने क्या किया है इसका कोई पता नही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने दो सरकारें चुनी थीं। केंद्र में बीजेपी की और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार। इसको 10 साल हो गए हैं, इन दस सालों में भाजपा सरका..एक भी ऐसा काम नहीं किया जो प्रधानमंत्री अपने 43 मिनट के भाषण में गिना सके।
’बीजेपी का संकल्प पत्र 200 साल का है’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो काम करता है वो गाली नहीं देता। अगर बीजेपी ने 10 सालों में काम किए होते तो वो दिल्ली के लोगों को गाली नहीं देते। जब कोई व्यक्ति काम करता है तो उसे गाली देने की जरूरत नहीं होती, लेकिन जब वह काम नहीं करता तो लोगों को गाली देता है। आज प्रधानमंत्री ने दिल्ली के लोगों को गालियां दी हैं। प्रधानमंत्री जी ने 2020 में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया था. तब प्रधानंत्री जी ने दिल्ली के लोगों से कई वादे किए थे। उन्होंने कहा था कि 2022 तक दिल्ली में सभी लोगों को पक्के मकान दे दिए जाएंगे। पांच साल में सिर्फ 4700 मकान बनाए हैं। दिल्ली म े4 लाख झुग्गियां है। 15 लाख लोगों को मकान चाहिए, लेकिन 4700 मकान इन्होंने पांच साल में दिए हैं। मुझे लगता है कि ये संकल्प पत्र 5 साल का नहीं,बल्कि 200 साल का है।
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