मानसी शर्मा /- बिहार की ‘स्वर कोकिला’के नाम से मशहूर भोजपुरी लोक गायिका शारदा सिन्हा का 5 नवंबर की रात को निधन हो गया हैं। उन्होंने 72 वर्ष की आयु में दिल्ली के एम्स में अपनी आखिरी सांस ली। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शारदा सिन्हा पिछले 6 साल से एक गंभीर बीमारी से जूझ रहीं थी। जिसके चलते उन्हें 4 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
किस बीमारी से जूझ रही थी लोक गायिका?
रिपोर्ट्स के मानें तो, शारदा सिन्हा पिछले 6 साल से मल्टीपल मायलोमा कैंसर (Multiple Myeloma Cancer) से जूझ रही थी। जिसे आम भाषा में ब्लड कैंसर कहते है। ये शरीर में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells) को बुरी तरह प्रभावित करता हैं। जिससे हमारे शरीर की इम्यूनिटी खत्म होने लगती है।
क्या हैं मल्टीपल मायलोमा के लक्षण?
डॉक्टर्स की मानें तो, मल्टीपल मायलोमा एक गंभीर बीमारी है। जिसका कोई एक विशेष लक्षण नहीं हो सकता है। लेकिन आमतौर पर हड्डियों में दर्द खासकर रीड की हड्डी और छाती में दर्द की समस्या हो सकती हैं। वहीं, अगर इस बीमारी की शुरुआती स्टेज के बारे में बात करें तो मरीज को भूख न लगना, थकावट और कमजोरी का एहसास होता है। इसके अलावा इम्यून सिस्टम कमजोर होने से बार-बार संक्रमण की चपेट में आने का डर रहता है। साथ ही, किडनी की समस्या, प्लेटलेट्स की कमी के कारण खून का बहाना आदि लक्षण हो सकते हैं।
मल्टीपल मायलोमा से बचाव
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मल्टीपल मायलोमा के लिए कोई सटीक रोकथाम नहीं है। लेकिन अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
जंक फूड खाने की बजाए हेल्दी डाइट को अपनाना फायदेमंद हो सकता है।
इसके लिए विटामिन और मिनरल का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए।
धूम्रपान, शराब और नशीली चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए।
नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।


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