
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- पाकिस्तान को सैन्य मोर्चे पर चित्त करने के बाद अब भारत ने कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को पटखनी देने की तैयारी कर ली है। इसके तहत भारत सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का एलान किया है। जिसमें सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के देशों में जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेंगे। हर एक प्रतिनिधिमंडल में छह से सात सांसद और कई राजनयिक शामिल होंगे। हर प्रतिनिधिमंडल चार से पांच देशों का दौरा करेगा।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को सबसे अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को अमेरिका भेजा जा सकता है। अमेरिका दुनिया की सबसे ताकतवर आवाज है। इसके आधार पर कहा जा सकता है कि शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को सबसे अहम जिम्मेदारी मिली है। हालांकि शशि थरूर को लेकर कांग्रेस ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश का आरोप है कि कांग्रेस ने शशि थरूर का नाम नही दिया है फिर भी उन्हे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है। उन्होने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के साथ कोई खेल खेल रही है। वहीं भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया भेजा जा सकता है। वहीं सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को ओमान, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और मिस्त्र की सरकारों को ब्रीफ करने के लिए भेजा जा सकता है। संजय झा के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया, इंडोनेशिया भेजा जा सकता है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में बताया कि ’इस समय सबसे जरूरी है कि भारत एकजुट रहे। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही अहम सहयोगी देशों का दौरा करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ हमारे शून्य सहिष्णुता के संदेश को दुनिया के साथ साझा करेंगे। यह मतभेदों से परे राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता का मजबूत संदेश दर्शाता है।’

इन सांसदों को प्रतिनिधिमंडल में किया गया शामिलः
सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चार एनडीए सांसदों रविशंकर प्रसाद, संजय कुमार झा, बैजयंत पांडा, श्रीकांत शिंदे को और तीन विपक्षी सांसदों शशि थरूर, कनिमोझी करुणानिधि और सुप्रिया सुले को सौंपा गया है। सरकार ने सावधानी से नेताओं का चयन किया है और लगभग हर पार्टी के सांसदों को प्रतिनिधिमंडल में जगह देने की कोशिश की है, ताकि पूरी दुनिया में एकजुटता का संदेश दिया जा सके। इन सांसदों में अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, मनीष तिवारी, असदुद्दीन ओवैसी, अमर सिंह, राजीव प्रताप रूडी, समिक भट्टाचार्य, बृज लाल, सरफराज अहमद, प्रियंका चतुर्वेदी, विक्रमजीत साहनी, सस्मित पात्रा, भुवनेश्वर कालिता भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद को भी इसमें शामिल किया गया है। हालांकि वे फिलहाल सांसद नहीं हैं। सरकार ने टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी शामिल किया था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इनकार कर दिया।
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