द्वारका/उमा सक्सेना/- द्वारका जिले की एंटी ऑटो थीफ्ट स्क्वॉड (AATS) की टीम ने दो सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार किया, जो आपराधिक योजना को अंजाम देने के इरादे से क्षेत्र में सक्रिय थे। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो देशी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। डीसीपी द्वारका, श्री अंकित सिंह IPS के दिशा-निर्देश पर चलाए गए इस मिशन का उद्देश्य अपराधियों को समय रहते पकड़ना और अवैध हथियारों की रोकथाम करना था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विनोद (27 वर्ष) पुत्र केहर सिंह और ध्रुव (19 वर्ष) पुत्र अनिल कुमार शामिल हैं। दोनों आरोपी पहले भी विभिन्न आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं। विनोद पूर्व में हथियार अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में शामिल था और हाल ही में जेल से रिहा होकर फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हुआ था।
ध्रुव भी अपराधियों के गिरोह से जुड़ चुका था और जेल रिकॉर्ड के अनुसार वह आरोपी अमित बागे का नियमित रूप से तिहाड़ जेल में विज़िटर रहा।
अपराध की योजना और गिरोह से संबंध
जांच में यह सामने आया कि दोनों आरोपियों की व्यक्तिगत रंजिश किसी गाँववाले के प्रति थी, जिसे खत्म करने की योजना बनाई जा रही थी। इस योजना को अंजाम देने के लिए उन्होंने कुख्यात अपराधी ओम प्रकाश और उसके भाई अमित से संपर्क किया। ओम प्रकाश वर्तमान में मामले में न्यायिक हिरासत में है और वह कला जत्थेदी एवं सचिन गिरोह का महत्वपूर्ण सदस्य है।
आरोपियों ने बताया कि लगभग एक साल पहले उन्होंने अमित के जरिए इस गिरोह से जुड़ाव बनाया था और जेल से रिहा होने के बाद उन्हें हथियार जुटाने और लक्ष्य को खत्म करने के निर्देश दिए गए थे।
गिरफ्तारी और बरामदगी
28 अक्टूबर 2025 को गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम जहरौड़ा गांव पहुंची और आरोपियों को सक्रिय रहते हुए पकड़ लिया। तलाशी के दौरान एक देशी पिस्तौल, एक आधुनिक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस टीम और संचालनइस अभियान में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार AATS द्वारका के नेतृत्व में SI दिनेश कुमार, SI जितेन्द्र सिंह, ASI विजय सिंह, HC मनीष कुमार, HC राजेश कुमार, HC जगत सिंह, HC सोनू, HC राजबीर और HC मनोज कुमार की टीम शामिल थी, जिनका संचालन ACP ऑपरेशंस श्री रामावतार द्वारा किया गया। टीम ने लगातार गिरोहबाजों और उनके जेल विज़िटर्स पर नजर रखी और सूचना के आधार पर कार्रवाई की।
आगे की जांच
पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनकी गिरोह से जुड़ी अन्य गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। टीम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अपराधियों की योजनाओं को अंजाम देने से पहले ही रोक दिया जाए और क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखी जा सके।


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