
नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगम घाट पर किया गया, जहां लाखों लोग उनका अंतिम दर्शन करने के लिए जुटे। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर रखा गया था। अंतिम संस्कार के दौरान प्रोटोकॉल के तहत सेनाओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को सलामी दी।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री का निधन 26 दिसंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ था। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। देशवासी उन्हें सिर्फ एक महान प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक कुशल अर्थशास्त्री के रूप में भी याद कर रहे हैं।
बेटी ने दी मुखाग्नि
भारतीय शास्त्रों के अनुसार, आम तौर पर बेटा ही पिता को मुखाग्नि देता है। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तीन बेटियाँ हैं। उनकी बड़ी बेटी उपिंदर सिंह (65 साल), दूसरी बेटी दमन सिंह (61 साल) और तीसरी बेटी अमृत सिंह (58 साल) हैं। चूंकि उपिंदर सिंह अमेरिका में रहती हैं, इसलिए उनका अंतिम संस्कार एक दिन बाद किया गया। इस स्थिति में, बड़ी बेटी उपिंदर सिंह ने ही अपने पिता को मुखाग्नि दी।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति रहे मौजूद
मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य दिग्गज नेताओं ने शिरकत की। इसके अलावा, देश-विदेश के कई गणमान्य व्यक्ति भी मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
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