• DENTOTO
  • दिल्ली-एनसीआर में छाया कोहरा, दृश्यता शून्य…ट्रेनें और 100 उड़ानें प्रभावित;

    स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

    शिव कुमार यादव

    वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

    संपादक

    भावना शर्मा

    पत्रकार एवं समाजसेवी

    प्रबन्धक

    Birendra Kumar

    बिरेन्द्र कुमार

    सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

    Categories

    July 2025
    M T W T F S S
     123456
    78910111213
    14151617181920
    21222324252627
    28293031  
    July 26, 2025

    हर ख़बर पर हमारी पकड़

    दिल्ली-एनसीआर में छाया कोहरा, दृश्यता शून्य…ट्रेनें और 100 उड़ानें प्रभावित;

    -मोसम विभाग का अलर्ट, तीन दिन ऐसा रहेगा मौसम

    दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली समेत पूरे एनसीआरमें  शुक्रवार की सुबह घने कोहरे की चादर छाई रही। जिसकी वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। और यातायात के दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर दृश्यता अभी भी शून्य मीटर पर है। वहीं कोहरे की वजह से कई ट्रेनें और 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई हैं।

    पिछले 12 घंटों के दौरान दिल्ली में न्यूनतम दृश्यता का आंकड़ा सामने आया है। शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे पालम में 100 मीटर घना कोहरा छाया रहा। वहीं सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग में 300 मीटर मध्यम कोहरा छाया रहा। ठंड के इस मौसम में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं कोहरे की वजह से कई ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देरी से चल और पहुंच रही हैं। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट अधिकारियों ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ान के बारे में जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें। घने कोहरे की वजह से 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई हैं।

    अपोलो अस्पताल ने जारी की एडवाइजरी
    दिल्ली अपोलो अस्पताल में जनरल फिजिशियन और इंटरनल मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. तरुण साहनी ने कहा कि सर्दियों में शरीर में होने वाला मुख्य बदलाव यह है कि ठंड की वजह से परिधि में मौजूद रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। सिकुड़ने की वजह से रक्तचाप बढ़ जाता है। रक्तचाप बढ़ने की वजह से अगर मस्तिष्क में ऐसे क्षेत्र हैं जो बहुत कमजोर हैं, तो मस्तिष्क के वे क्षेत्र टूट सकते हैं और जिसे हम स्ट्रोक कहते हैं, वह हो सकता है। इसी तरह, दिल में भी, क्योंकि अब रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने की वजह से दिल को ज्यादा पंप करना पड़ता है। इसलिए रक्तचाप बढ़ गया है। इसलिए दिल के दौरे और दिल की विफलता के मामले भी सर्दियों में बढ़ जाते हैं। हम फेफड़ों की बीमारियों आदि से पीड़ित सभी रोगियों को सलाह देते हैं कि वे बाहर निकलते समय सावधानी बरतें। अगर वे बाहर निकलते हैं, तो उन्हें दिन में बाहर निकलना चाहिए जब सूरज निकल रहा हो, जब प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम हो और व्यायाम करें। अन्यथा, उन्हें ठंड और प्रदूषण के संपर्क में आने से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।

    बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान भी तीन डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। मौसम विभाग ने 3 व 4 जनवरी को घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 5 व 6 जनवरी को बारिश की संभावना जताई है। सुबह घने कोहरे ने वाहन चालकों को परेशान किया। धूप देर से निकली, लेकिन तपिश कम होने से लोगों को सर्दी से राहत नहीं मिली। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 16.2 और न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दिल्ली में सबसे ठंडा पालम रहा जहां अधिकतम तापमान 13.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री दर्ज हुआ। पालम में दृश्यता सुबह 6 बजे शून्य थी। मौसम विभाग का कहना है कि 3 से 7 जनवरी तक अधिकतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के आसार हैं। दो दिन पहले हवा में नमी का स्तर 70 फीसदी से लेकर 97 फीसदी रहा। प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अधिकतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया। दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहीं। धूप निकलने के बाद भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली। रात के समय ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते दिखे। नरेला इलाके में न्यूनतम तापमान सबसे कम 6.1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, पालम व पूसा में 7, रिज में 7.2 व लोधी रोड में 7.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा।

    About Post Author

    Subscribe to get news in your inbox