• DENTOTO
  • दक्षिण पश्चिम दिल्ली की सड़कों की बदतर हालत: राहगीरों की जान जोखिम में, पैदल चलना मुश्किल

    स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

    शिव कुमार यादव

    वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

    संपादक

    भावना शर्मा

    पत्रकार एवं समाजसेवी

    प्रबन्धक

    Birendra Kumar

    बिरेन्द्र कुमार

    सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

    Categories

    June 2025
    M T W T F S S
     1
    2345678
    9101112131415
    16171819202122
    23242526272829
    30  
    June 6, 2025

    हर ख़बर पर हमारी पकड़

    दक्षिण पश्चिम दिल्ली की सड़कों की बदतर हालत: राहगीरों की जान जोखिम में, पैदल चलना मुश्किल

    नई दिल्ली/अनीशा चौहान/-  दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पालम विधानसभा और आसपास के क्षेत्रों की सड़कों की हालत दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। पैदल चलना तो दूर, वाहन चलाना भी जोखिम भरा हो गया है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे और ओवरफ्लो होते नाले, दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। कई स्कूली बच्चे, राहगीर, और दोपहिया वाहन चालक इन खस्ताहाल सड़कों की वजह से चोटिल हो चुके हैं। बारिश के दौरान तो यह सड़कें झील का रूप ले लेती हैं, जिससे पैदल चलना नामुमकिन हो जाता है।

    रणबीर सिंह सोलंकी ने की डीडीए के मुख्य अभियंता से मुलाकात
    पालम विधानसभा के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में हो रही इन समस्याओं को लेकर, रणबीर सिंह सोलंकी (चेयरमैन, फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम, दिल्ली और राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय युवा चेतना मंच, भारत) ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के मुख्य अभियंता कर्नल दीपक सुयाल से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने पालम फ्लाईओवर के नीचे की सड़क, मंगलापुरी, ब्रह्मा अपार्टमेंट, द्वारका सेक्टर 7 से शहीद रामफल चौक तक की सड़कों की स्थिति का विस्तृत ब्यौरा दिया।

    खस्ताहाल सड़कें और ओवरफ्लो होते नाले
    पालम फ्लाईओवर के नीचे से लेकर द्वारका के विभिन्न इलाकों की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। यह गड्ढे न केवल ट्रैफिक को बाधित करते हैं, बल्कि गंभीर दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं। कई बार रिक्शा और बाइक सवार गिर चुके हैं, जिससे गंभीर चोटें आई हैं। बारिश के समय यह सड़कें जलमग्न हो जाती हैं, और राहगीरों के लिए यह अनुमान लगाना भी मुश्किल हो जाता है कि पानी के नीचे कितने गहरे गड्ढे हो सकते हैं। इस वजह से दुर्घटनाएं और बढ़ जाती हैं, और पानी के लंबे समय तक जमा रहने से डेंगू और अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

    डीडीए से मिला समाधान का आश्वासन
    रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं से अवगत कराया है। इस बार डीडीए के मुख्य अभियंता कर्नल दीपक सुयाल से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्होंने सड़कों की बदहाल स्थिति की जानकारी दी। कर्नल सुयाल ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, इन सड़कों की समीक्षा कर, शीघ्र अति शीघ्र मरम्मत और नाले की सफाई का आश्वासन दिया।

    स्थानीय निवासियों की शिकायतों पर कार्यवाही
    फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के सचिव महेश मिश्रा ने बताया कि पालम, मटियाला और द्वारका विधानसभा क्षेत्रों से प्रतिदिन स्थानीय निवासियों की सड़क, सीवर और नालों की समस्या को लेकर शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। अध्यक्ष रणबीर सिंह सोलंकी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से मिलकर इन समस्याओं को हल करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों को भी निर्देशित किया है कि वे इन समस्याओं के त्वरित समाधान में हमेशा तत्पर रहें।

    सड़कों की मरम्मत पर विस्तृत चर्चा
    मंगलापुरी स्थित डीडीए के कार्यालय में आयोजित इस बैठक में पालम फ्लाईओवर के नीचे की सड़कों, शहीद रामफल चौक से शिक्षा भारती स्कूल तक की सड़क (रोड न. 202), ककरोला मोड़ से एनएसयूटी से हरी विहार तक की सड़क, द्वारका सेक्टर 2 डीटीसी बस डिपो से भास्कराचार्य कॉलेज तक की मुख्य सड़क, मधु विहार बस स्टैंड से आकाश हॉस्पिटल की सर्विस रोड और अन्य क्षेत्रों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। सड़कों पर पानी जमा होने की समस्या और जल निकासी की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया गया।

    आशा है कि डीडीए के मुख्य अभियंता द्वारा जल्द ही इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों, राहगीरों, बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों, और दुकानदारों को राहत मिलेगी और वे सुरक्षित और सुगम आवागमन का अनुभव कर सकेंगे।

    About Post Author

    Subscribe to get news in your inbox