नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/भावना शर्मा/ – एकीकृत भुगतान व्यवस्था (यूपीआई) के जरिये लेनदेन का आंकड़ा अगस्त में 10 अरब को पार कर गया। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआइ) के आंकड़ों के अनुसार, 30 अगस्त को यूपीआइ लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया। इन लेनदेन का मूल्य 15,18,456.4 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में यूपीआइ लेनदेन की संख्या 9.96 अरब थी जबकि जून में यह 9.33 अरब थी। एनपीसीआइ देश में सभी खुदरा भुगतान प्रणालियों का मुख्य संगठन है।
भारत की यूपीआई तकनीक अपनाना चाहते हैं कई देश
अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल 3.5 बिलियन था, जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है। हमारे देश में अब ज्यागदात व्यापारी यूपीआई के जिए लेनदेन पर भरोसा दिखा रहे हैं। आज के समय करोड़ों की कमाई करने वाले व्यापारी हो या सब्जी बेचने वाले छोटे-मंझोले दुकानदार, सभी यूपीआई के जरिए लेनदेन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 35 से ज्यादा देश अब भारत की यूपीआई तकनीक को अपनाना चाहते हैं। जापान उन देशों में शामिल है जिन्होंने हाल ही में यूपीआई को अपनाने में रुचि व्यक्त की है।
डिजिटल भुगतान पर बढ़ा देशवासियों का भरोसा
साल 2016-17 मे नोटबंदी के दौरान भारत सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया। साल 2016 में मोदी सरकार ने न्च्प्-ठभ्प्ड लॉन्च किया था। नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर लोगों ने डिजिटल भुगतान पर भरोसा किया।
इसके बाद कोविड महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान के जरिए देश के ज्यादातर लोग पैसों के भुगतान के लिए कैश की जगह यूपीआई को चुना और आज के समय हर तरफ कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक यूपीआई पर भारतीयों का अटूट भरोसा है।
More Stories
डी.एच क्रिकेट की रोमांचक जीत! विराज के विस्फोटक शतकीय पारी ने मचाया कोहराम!
ककरौली उपचुनाव में हिंसा और पथराव, पुलिस पर हमला, 120 पर मामला दर्ज
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकी हमला, 32 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना दौरा, राष्ट्रपति इरफान अली ने किया स्वागत
पोक्सो एक्ट में वांछित अपराधी को द्वारका एएटीएस ने किया गिरफ्तार
पर्थ टेस्ट से पहले कप्तान बुमराह का दिखा अलग रूप, प्लेइंग इलेवन पर साधी चुप्पी