मथुरा/उमा सक्सेना/- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के घने कोहरे ने भीषण तबाही मचा दी। बलदेव थाना क्षेत्र में 127 किलोमीटर माइलस्टोन के पास सुबह करीब 3:30 बजे एक के बाद एक सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर के तुरंत बाद कई वाहनों में भीषण आग लग गई, जिससे पूरा इलाका दहशत में आ गया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के वक्त दृश्यता लगभग शून्य थी। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। इसी दौरान अचानक टक्कर हुई और कुछ ही सेकंड में कई वाहन एक-दूसरे से भिड़ते चले गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई बसों और कारों में धमाकों के साथ आग लग गई। आग की लपटें उठते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

जले शवों की पहचान बनी चुनौती, 17 बैग में लाए गए अवशेष
मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी कि हादसे में चार शवों की पहचान कर ली गई है, जबकि अन्य मृतकों की शिनाख्त के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि कई शव बुरी तरह झुलस गए, जिससे पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया। अब तक 17 बैग में कंकाल और जले हुए मानव अवशेष एकत्र किए गए हैं, जिन्हें पोस्टमार्टम और डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।
राहत-बचाव में जुटी पुलिस और दमकल विभाग की टीमें
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की टीमें मौके पर पहुंचीं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया और घायलों को क्षतिग्रस्त वाहनों से बाहर निकाला गया। राहत कार्य कई घंटों तक चला। मौके पर एंबुलेंसों की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया।
अस्पतालों में भर्ती घायलों का इलाज जारी
घायलों को जिला अस्पताल मथुरा, 100 शैय्या अस्पताल वृंदावन और बलदेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा रेफर किया गया है। प्रशासन के अनुसार 38 घायल जिला अस्पताल मथुरा में, जबकि 39 लोग बलदेव सीएचसी में उपचाराधीन हैं। डॉक्टरों की टीम घायलों की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
चश्मदीदों ने बयां किया हादसे का मंजर
कानपुर निवासी अमन यादव ने बताया कि वे अपने दोस्तों के साथ कार से वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। घने कोहरे के कारण सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। तभी अचानक सामने से आए वाहन ने उनकी कार को टक्कर मार दी और उसके बाद लगातार कई वाहन आपस में टकराते चले गए।
वहीं हमीरपुर की नसीमा ने बताया कि वे अपने पति के साथ मजदूरी के लिए पानीपत जा रही थीं। उनकी बस सामने से आ रही दूसरी बस से टकरा गई, जिसके बाद उसमें तेजी से आग लग गई। किसी तरह उन्होंने अपनी जान बचाई, लेकिन उनके पति गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक्सप्रेसवे पर लगा लंबा जाम, बाद में यातायात बहाल
हादसे के बाद आगरा से नोएडा की ओर जाने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर लंबा जाम लग गया। यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों से वाहनों को डायवर्ट कर स्थिति को नियंत्रित किया। कई घंटों की मशक्कत के बाद एक्सप्रेसवे पर यातायात धीरे-धीरे सुचारू हो सका।
प्रशासन की पुष्टि और जांच जारी
मंडल आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल प्रशासन ने 13 लोगों की मौत की पुष्टि की है, हालांकि कुछ और लोगों के हताहत होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए संबंधित एजेंसियां जुटी हुई हैं।


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