नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- शांति, सदभाव और प्रेम के प्रतिरूप दिल्ली के प्रतिष्ठित कालकाजी मंदिर में घृणा और उन्माद जघन्य दृश्य देखकर दिल्ली का प्रत्येक नागरिक हतप्रभ दिखाई दे रहा है। लोगों ने इस घटना की निंदा करतं हुए कहा कि प्रसाद को लेकर ऐसी नृशंस हत्या कोई साधारण घटना नही है। दरअसल शुक्रवार को कालकाजी मंदिर में प्रसाद को लेकर हुए विवाद में कुछ लोगों ने मंदिर के सेवादार की बेरहमी से हत्या कर दी। देर रात करीब 9 बजे के आसपास इस हत्या को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। पीसीआर को मिली कॉल के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने हत्या की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी की मदद से आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है।

ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान हुई मौत
पुलिस के मुताबिक, शाम की आरती पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया जा रहा था इसी दौरान तीन-चार आरोपियों ने जल्दी प्रसाद देने की बात कही। सेवादार के द्वारा लाइन में लगकर प्रसाद लेने को बोला गया। दोनों तरफ से कहासुनी होने लगी। विवाद बढ़ता गया। तीनों आरोपियों ने सेवादार की लाठी-डंडों और मुक्कों से सेवादार को बुरी तरफ घायल कर दिया। आनन-फानन में सेवादार को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

प्रसाद बना हत्या की मुख्य वजह
पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक योगेन्द्र सिंह (35), हरदोई यूपी निवासी, 15 साल से कालका जी मंदिर में अपनी सेवाएं दे रहा है। पुलिस ने बताया कि हमलावरों में से एक को पकड़ लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष को मंदिर में हुए विवाद के बारे में सूचना दी गई। पुलिस ने बताया कि मंदिर में दर्शन करने आए आरोपियों ने उत्तर प्रदेश के हरदोई निवासी सेवादार योगेंद्र सिंह से ‘चुन्नीप्रसाद’ (चुनरी और प्रसाद) मांगा, जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ।

पुलिस जांच में हुआ खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) हेमंत तिवारी ने बताया कि विवाद ने तब हिंसक रूप ले लिया जब समूह ने सिंह पर घूंसे बरसाए और लाठियों से उनकी पिटाई की। एक अधिकारी ने बताया कि सिंह पिछले 14-15 वर्षों से कालकाजी मंदिर में सेवा कर रहे थे। उन्हें एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।अधिकारी ने बताया कि कालकाजी पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 103(1) (हत्या) और 3(5) (संयुक्त दायित्व) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया, ‘‘आरोपियों में से एक की पहचान दक्षिणपुरी निवासी अतुल पांडे (30) के रूप में हुई है, जिसे स्थानीय लोगों ने मौके पर ही पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।’’ पुलिस ने कहा कि शेष आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।


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