इजराइल-हमास युद्ध के चलते भुखमरी के कगार पर पंहुचा गाजा, लोग दाने-दाने को मोहताज

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

October 2024
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
October 18, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

इजराइल-हमास युद्ध के चलते भुखमरी के कगार पर पंहुचा गाजा, लोग दाने-दाने को मोहताज

-राहत सामग्री के ट्रकों को लूट रहे लोग, डब्लूएचओ की चेतावनी, गाजा में तुरंत युद्धविराम की जरूरत

गाजा/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/ – युद्ध की विभिषिका झेल रही गाजा पट्टी की जनसंख्या भुखमरी के कगार पर पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही युद्धविराम नहीं हुआ तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा है कि गाजा में हालात इस कदर खराब हैं कि वहां के 36 अस्पतालों में से महज 15 ही आधी-अधूरी सुविधाओं के साथ काम कर रहे हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के चीफ टेड्रोस गैब्रेसिस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि गाजा में युद्धविराम के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं वरना गाजा में गंभीर मानवीय संकट पैदा हो सकता है। फिलहाल गाजा में भुखमरी और गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा  मंडरा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ’गाजा में लोग उनके राहत सामग्री के काफिले को लूट रहे हैं। अस्पतालों में दवाईंयां, मेडिकल सप्लाई, खाना और ईंधन लेकर जा रहे काफिले को भूख से परेशान लोग रास्ते में ही लूट रहे हैं, जिससे उनकी सप्लाई बाधित हो रही है।’

’गाजा में तुरंत युद्धविराम करने की जरूरत’
डब्लूएचओ चीफ ने कहा कि ’अगर खाने की सप्लाई ऐसे ही बाधित होती रही तो उनके लिए गाजा में राहत कार्य करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। बीते हफ्ते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने पर सहमति बनी लेकिन संघर्ष विराम को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। इस पर डब्लूएचओ चीफ का कहना है कि मानवीय मदद की सप्लाई से उन्हें थोड़ी उम्मीद बनी है कि गाजा में हालात बेहतर होंगे लेकिन गाजा में तुरंत युद्धविराम करने की जरूरत है।’

गाजा में स्वास्थ्य व्यवस्था हुई तबाह
गाजा में स्वास्थ्य व्यवस्था तबाह हो गई है। गाजा के अस्पतालों में दवाईयां, डॉक्टरों और अन्य मेडिकल सप्लाई की भारी कमी है। अस्पतालों में लोग शरण लिए हुए हैं। गाजा के अल शिफा अस्पताल में ही 50 हजार लोग शरण लिए हुए हैं। वहीं अल अमाल अस्पताल में 14 हजार लोग रह रहे हैं। गाजा के अधिकतर अस्पताल क्षतिग्रस्त हैं और बुरी तरह से तबाह हो चुके हैं। बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। गाजा में गंभीर बीमारियां फैलने का भी खतरा पैदा हो गया है। डब्लूएचओ के अनुसार, गाजा में 13 अस्पताल आधी अधूरी सुविधाओं के साथ काम कर रहे हैं। वहीं दो अस्पताल बस नाममात्र की सुविधाओं के साथ चल रहे हैं और 21 अस्पताल पूरी तरह से बंद हैं।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox