नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार एक युवक की रविवार सुबह समयपुर बादली थाने के लॉकअप में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। लेकिन परिवार वालों ने पुलिसकर्मियों पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है। युवक को एक 14 साल की किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक सिपाही को निलंबित कर मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
जिला पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा बताया कि मृतक की शिनाख्त मूलतरू बुलंदशहर, यूपी निवासी निवासी धर्मेंद्र (40) के रूप में हुई है। वह दिल्ली के कादीपुर में रिश्तेदार के साथ रहता था। 2005 में खजूरी खास इलाके में लूटपाट के दौरान एक व्यक्ति की हत्या के मामले में धर्मेंद्र तिहाड़ जेल में सजा काट रहा था। मार्च 2020 में कोरोना महामारी की वजह से वह पैरोल पर बाहर आया था।
शनिवार को पड़ोस में रहने एक महिला ने स्वरूप नगर थाने में धर्मेंद्र पर 14 साल की बेटी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। शनिवार को पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर थाने में पूछताछ के लिए ले गई। जांच में पता चला कि वर्ष 2012 में भी धर्मेंद्र पर अलीपुर थाने इलाके में एक 10 साल के बच्चे के साथ कुकर्म करने का मामला भी दर्ज है। छानबीन करने के बाद स्वरूप नगर थाने में लॉकअप नहीं होने की वजह से पुलिस धर्मेंद्र को समयपुर बादली थाने के लॉकअप में लाकर बंद कर दिया। जहां सुबह में वह फंदे से लटका मिला। उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट को दे दी गई है। पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को कब्जे में कर लिया है। पुलिस ने लॉकअप पर तैनात सिपाही यशवीर को लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित कर जांच शुरू कर दी है।
उपायुक्त कार्यालय पर परिजनों का हंगामा
समयपुर बादली थाना परिसर में ही पुलिस उपायुक्त का कार्यालय है। जहां परिवार वालों ने हंगामा किया। परिवार के सदस्यों ने पुलिसकर्मियों पर धर्मेंद्र को प्रताड़ित करने औैर उसकी हत्या करने के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने का आरोप लगाया। परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर बदसलूकी करने और धर्मेंद्र के बारे में जानकारी नहीं मुहैया करने का भी आरोप लगाया। धर्मेंद्र के भांजे नीरज ने बताया कि शनिवार शाम स्वरूप नगर थाने के एएसआई राम नारायण ने धर्मेंद्र के बारे में पूछताछ की। फिर देर शाम सात बजे फोन कर बताया कि धर्मेंद्र को पकड़ लिया है और वह थाने आ जाएं। नीरज ने बताया कि वहां तीन चार पुलिसकर्मी धर्मेंद्र का सिर को दीवार पर पटक रहे थे। साथ ही डंडे से उनकी पिटाई कर रहे थे।
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