नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- मंगलवार को राष्ट्रीय गैर राजनीतिक देशभक्तों के संगठन वेटरंस इंडिया ने
दिल्ली मुख्यालय में कोर कमेटी की मीटिंग में देश के जवानों और किसानों की समस्या पर विचार विमर्श करते हुए अहम फैसला लेते हुए किसान आंदोलन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। मीटिंग में संगठन सदस्यों ने सरकार से किसानों की बात सुनने व किसानों से आंदोलन खत्म करने का अनुरोध किया।
यहां बता दें कि वेटरंस इंडिया अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गज पूर्व सैनिकों के नेतृत्व में काम करती है और जवानों की भलाई से लेकर विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय जाहिर करती है। आज की कोर कमेटी सदस्यों की मीटिंग हुई जिसमें विस्तार पूर्वक देश के जवानों और किसानों की समस्या पर विचार विमर्श किया गया जिसमें भारत सरकार के द्वारा पास किये गये कृषि बिलों पर गहन चर्चा हुई क्योंकि किसान का बेटा ही अधिकतर जवान बनता हैं और जवान रिटायर्ड होकर पुनः किसान बनता हैं। मीटिंग की अध्यक्षता संगठन के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा ने करते हुए विस्तारपूर्वक भारत सरकार के द्वारा लाया गया कृषि कानून के बारे में सभी को अवगत कराया एवं सरकार से अनुरोध किया कि जवान और किसान पर हमारा देश टिका हुआ है और इनका ख्याल रखना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। देश का जवान अपना सर्वस्व निछावर कर हम भारत के नागरिकों की रक्षा करता है और देश का किसान खुद भूखा रहकर देश के नागरिकों का पेट की भरता है। सरकार को हमेशा इनके पक्ष में सोचना चाहिए साथ ही साथ देश के जवान और किसान को भी राष्ट्र को सर्वोपरि मानते हुए केंद्र सरकार के द्वारा लिये गये नीतिगत फैसलों का यथोचित समर्थन करना चाहिए। श्री मिश्रा ने सरकार और किसान संगठन के बीच बातचीत की शुरुआत पर खुशी जताते हुए दोनों पक्षों से अनुरोध किया कि किसान और राष्ट्र के हित में जो उचित फैसला हो उस पर दोनों पक्षों को सहमत होना चाहिए। साथ ही किसानों से अनुरोध किया कि दिल्ली बॉर्डर पर यातायात बंद होने से सभी सामानों का कीमत बढ़ रही है जिसका सीधा असर आम नागरिकों पर पड़ रहा है और सेना से संबंधित कई सप्लाई जो अति आवश्यक है उस पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। अतः किसानों को यातायात खोल कर अपनी पूरी ध्यान सरकार से शुरू हुई वार्ता पर लगाना चाहिए ताकि किसानों के हित में कानून में बदलाव किया जा सके या कोई ठोस नतीजा निकल सके। संगठन के अध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सरकार से अनुरोध किया है कि किसान संगठन के नेताओं को बुलाकर उनको वर्तमान कृषि नीति के बारे में अवगत कराते हुए जो किसान के हित में यदि कृषि नीति में बदलाव की भी जरूरत हो तो करनी चाहिए और किसान को तुरंत प्रभाव से धरना प्रदर्शन जैसे गतिविधियों से दूर हो जाना चाहिए। संगठन के पदाधिकारियों ने भी संगठन के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा को उचित ठहराते हुए सरकारों के बीच का रास्ता अपनाने का अनुरोध किया।
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