नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- वैसे तो माॅनसून की पहली ही बारिश में पूरी दिल्ली जलमग्न हो गई लेकिन नजफगढ़ में पहली बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी है। हर बार की तरह इस बार भी बारिश का पानी नालों मे जाने की बजाये सड़कों पर ही खड़ा रहा जबकि प्रशासन का दावा था कि इस बार बारिश का पानी नजफगढ़ की सड़कों पर नही भरेगा क्योंकि पीडब्ल्यूडी, एमसीडी व जलबोर्ड ने मिलकर एक योजना के तहत काम किया है ताकि लोगों को परेशानी नही झेलनी पड़े और इसके लिए करोड़ों रूपये भी खर्चें गये है लेकिन फिर भी नजफगढ़ सड़के जलमग्न हो गई और करोड़ों रूपये पानी में डूब गये।
हर बार की तरह इस बार भी नजफगढ़ की सड़के बारिश के पानी भराव से तालाबों में तबदील हो गई और प्रशासन की लापरवाही के चलते लोगों की दूकानों तक में बारिश का पानी भर गया। कई वाहन तो बारिश के पानी में फंसकर सड़कों पर ही बंद हो गये जिसकारण नजफगढ़ में जाम की स्थिति भी काफी देर तक बनी रही। हालांकि इस बार विधायक व दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने दावा किया था कि इस बार नजफगढ़ में जलभरावा नही होगा। इसके लिए हमने करोड़ों रूपये खर्च कर नालों का निर्माण कराया है और सबसे बड़ी बात यह है कि यह सारा काम दिल्ली जलबोर्ड व पीडब्ल्यूडी के तहत हुआ है जिसकारण कमी की कोई गुंजाइश ही नही है।
नजफगढ़ में जलभराव को लेकर स्थानीय लोग काफी नाराज दिखाई दिये और उन्होने इसके लिए विधायक कार्यालय, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी व जलबोर्ड पर दोषारोपण करते हुए उनकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया। लोगों का कहना है कि जनता की कष्ट कमाई का करोड़ों रूपया बर्बाद हो गया। जलभराव को देखते हुए लोगों ने कहा कि एमसीडी हो या दिल्ली सरकार विकास कार्य के लिए मिलने वाले पैसे को विकास कार्यों की बजाये सभी मिल बांटकर खा रहे है और कागजों में कार्य की सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है। न्यूरोशन पुरा निवासी कुलदीप शर्मा, सुनील कुमार व रमेश चंद का कहना है कि सड़कों के साथ बने नालों की अब बरसात के समय सफाई की जा रही है और कूड़े का उठान करने की बजाये सड़क पर ही डाला जा रहा है जो बारिश के पानी के साथ वापिस नालों में जाकर नालों को चोक कर रहा है तो पानी सड़कों पर तो भरेगा ही। प्रशासनिक अधिकारी नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों खर्च करते है लेकिन नाले आज भी साफ नही है। लोग शिकायत भी करते है लेकिन ना तो विधायक सुनते है और ना ही पार्षद सुनते है। लोगों ने आरोपी लगाया कि सभी मिलबांटकर जनता के पैसे का डकार रहे है। लेकिन परेशानी सिर्फ जनता को ही भुगतनी पड़ती है।
रविवार को हुई बारिश में गुरूग्राम रोड़, नजफगढ़ फिरनी झाड़ौदा रोड़ व गोपालनगर में पानी भर गया। यहां तक लोगों की दूकानों व घरों में भी पानी भर गया। लोगों के फोन के बाद भी पीडब्ल्यूडी या एमसीडी ने पानी निकालने का कोई इंतजाम नही किया। जिसकारण लोगों में प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। हालांकि एसडीएम सतीश गुप्ता का कहना है कि जहां-जहां जलभराव की समस्या सामने आई है वहां पंप लगाये जायेंगे और कार्यो की समीक्षा की जायेगी ताकि लोगों को बारिश में जलभराव की समस्या से जूझना ना पड़े।
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