नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना काल में एक तरफ सरकार लोगों को राहत देने के लिए कई तरह की घोषणाऐं व योजनाऐं चला रही है वहीं दूसरी तरफ तेल कंपनियां लाॅक डाउन में अब देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा रही हैं। पिछले तीन दिन से ल्रगातार कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 58 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। ये बढ़त अभी तक पूरे देश में लागू लॉकडाउन के कारण जारी प्रतिबंधों में छूट के बाद ईंधन की मांग बढ़ने पर कच्चे तेल की कीमतों में मामूली तेजी की वजह से हुई। हालांकि जब विश्व में लगातार कच्चे तेल की कीमते गिर रही थी तो तेल कंपनियों ने तेल के मुल्य में कोई गिरावट नही की लेकिन अब थोड़ी सी तेजी के साथ ही कंपनियां दाम बढ़ाने में जुट गई है।
तेल कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 58 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। अब देश की राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.46 रुपये से बढ़कर 73 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह डीजल की कीमत 70.59 रुपये से बढ़कर 71.17 रुपये प्रति लीटर हो गई। कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत क्रमशरू 74.98, 80.01 और 77.08 रुपये प्रति लीटर है। डीजल की बात करें, तो इन महानगरों में इसका दाम क्रमशरू 67.23, 69.92 और 69.74 रुपये है।
एक अधिकारी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दैनिक बदलाव की प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां नियमित अंतराल पर विमान ईंधन और घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) कीमतों में बदलाव कर रही थीं, लेकिन 16 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं। बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है। देश में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स 69 फीसदी हो गया है, जो विश्व में सबसे ज्यादा है। पिछले साल तक भारत में पेट्रोल-डीजल पर 50 फीसदी तक टैक्स था।
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