नजफगढ़ मेट्रो न्यूज/दिल्ली बार्डर/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आज 25वां दिन है। किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसान संगठनों ने अभी तक के आंदोलन के दौरान शहीद होने वाले किसानों को शहीदों का दर्जा दे दिया है। आज आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को याद किया गया। आज से देश के सभी जिलों, तहसील व गांवों में श्रद्धांजलि सभाएं होंगी और शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी जायेंगी। वही सोमवार को किसान 24 घंटे की भूख हड़ताल पर भी रहेंगे।
उधर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर किसानों के आंदोलन को समाप्त करवाने के लिए प्रदर्शनकारी किसानों से सोमवार या मंगलवार को मुलाकात करेंगे।
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा, हमने सभी धरना स्थलों पर कल से 24 घंटों का रिले हंगर स्ट्राइक शुरू करने का फैसला किया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ष्जब तक बिल (कानून) वापिस नहीं होगा, एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा, तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे. 23 तारीख को किसान दिवस के मौके पर किसान आप से कह रहे हैं कि एक समय का भोजन ग्रहण न करें और किसान आंदोलन को याद करें।
भारतीय किसान यूनियन के जगजीत सिंह दलेवाल ने कहा, ष्हम सभी से अपील करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के श्मन की बातश् कार्यक्रम के दौरान 27 दिसंबर को जब तक वो बोलते रहें, सभी अपने घरों से थाली बजाएं।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पटना में किसान चैपाल कार्यक्रम में बैलगाड़ी से पहुंचे और कहा, ष्चारों विधानसभा में किसानों के साथ कार्यक्रम था. हमने किसानों को विस्तार से बताया कि कृषि कानून किसानों को आजादी देते हैं. आप कहीं भी फसल बेच सकते हैं. न मंडी हटेगी न एमएसपी।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा, ष्सरकार कृषि कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है. एमएसपी और एपीएमसी को धक्का नहीं लगेगा. अगर कानून पीछे लेंगे तो हर कानून पीछे लेने की बात हो सकती है. किसानों से निवेदन है कि आंदोलन खत्म करें. सरकार आपको एमएसपी और एपीएमसी के संबंध में लिखित में देने के लिए भी तैयार है।
दिल्ली के निरंकारी समागम ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए जुलूस निकाला. इस दौरान एक किसान ने कहा, ष्देश भर के किसान उन शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं जो इस आंदोलन के दौरान शहीद हुए हैं।
मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत और मेरठ से सैकड़ों की संख्या में किसान आज सुबह मेरठ के परतापुर फ्लाईओवर पर ट्रैक्टर ट्रॉलियों लेकर पहुंचे. यहां किसान बाकायदा बोरियां बिस्तर और अन्य सामान साथ लेकर आए हैं. मेरठ के परतापुर में इकट्ठा होकर किसानों ने मेरठ से गाजियाबाद के लिए कूच कियां किसानों ने बड़े-बड़े बैनरों में कृषि बिल का समर्थन करने के स्लोगन लिखे हैं. किसानों के इस जत्थे में सैकड़ो युवा किसान भी दिखाई दिए।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव ने कहा, ष्दिल्ली आंदोलन में शहीद हुए किसानों के लिए आज दोपहर 12 बजे अरदास की गई. आज शाम को 5 बजे के बाद सभी मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।
दिल्ली शीत लहर की चपेट में है, इसके बावजूद केंद्र के कृषि कानूनों का दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. किसान आंदोलन शुरू हुए चार सप्ताह हो चुके हैं और इसके कारण सीमा पर कई बिंदुओं पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया गया है जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए जगह-जगह श्रद्धांजलि-सभा का आयोजन किया जा रहा है. भारतीय किसान यूनयिन किसान (भाकियू) से जुड़े पंजाब के किसान नेता गुरविंदर सिंह ने कहा कि अपने हकों के लिए किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को भी आज श्रद्धांजलि दी जा रही है. पंजाब और हरियाणा समेत देश के अन्य प्रांतों में भी श्रद्धांजलि-सभा का आयोजन किया जा रहा है।
नरेला, बवाना और मुंडका के किसानों से मिलने पहुंचे हंस
हंसराज हंस अपने क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पहुंचे। इसमें नरेला, बवाना और मुंडका शामिल हैं। इस दौरान हंस किसानों के साथ बैठक कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर द्वारा हाल ही में किसानों को संबोधित करते हुए जारी की गई चिट्ठी भी बांट रहे हैं। भाजपा सांसद हंसराज हंस अपने संसदीय क्षेत्र उत्तर पश्चिमी दिल्ली में हरियाणा की सीमा से सटे गांवों में लोगों के बीच पहुंचे हैं ताकि उन्हें केंद्र के तीन कृषि कानूनों से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया जा सके।
ये बॉर्डर हैं बंद, दिल्ली यातायात पुलिस ने किया ट्वीट
दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को ट्विटर के जरिए बताया कि टिकरी और धंसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है और झटिकारा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है। पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले लोगों के लिए झड़ोदा, दौराला, कापसहेड़ा, बदूसराय, रजोकरी एनएच 8, बिजवासन, बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं।
किसानों को पोर्टबल टॉयलेट और गीजर देंगे अमेरिका के एनजीओ
किसान आंदोलन की आग अब विदेश तक भी फैल रही है। अमेरिका के दो सिख एनजीओ ने टीकरी बॉर्डर पर आंदेलनरत किसानों को टॉयलेट, गीजर और टेंट डोनेट करने का फैसला लिया है। एनजीओ के होशियारपुर कॉरडिनेटर एसपी सिंह खालसा ने कहा कि प्रदर्शन स्थल पर मूलभूत सुविधाओं की कमी को देखते हुए हमने किसानों को 200 पोर्टेबल टॉयलेट और गीजर देने का फैसला किया है।
More Stories
टिकट मिलते ही गाम राम का आर्शीवाद लेने दिचाऊं पंहुची नीलम कृष्ण पहलवान
प्रवासी भारतीयों की दो पीढ़ियों का सम्मान कर जड़ों से जोड़ने का आगाज़ करेगा आरजेएस पीबीएच
महाकुंभ 2025 और मकर संक्रांति का वैज्ञानिक आधार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनमर्ग टनल का किया उद्घाटन
दीनपुर गांव व श्यामविहार कालोनी ने दिया सोमेश शौकीन को अपना समर्थन
दिल्ली एआईएमआईएम के अध्यक्ष जमई की कांग्रेस से अपील