
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- पिछले काफी समय से नेपाली प्रधानमंत्री भारत से तनाव बढ़ाने का कोई भी अवसर छोड़ नही रहे है। हालांकि भारत-नेपाल सीमा को लेकर दोनो देशों के बीच कुछ मतभेद बने हुए है लेकिन नेपाल के प्रधानमंत्री इन मतभेदों को घटाने की बजाये नये-नये बयान व बेतुकी टिप्पणियों से दोनो देशों के बीच तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे है। भारत के करोड़ों लोगों की परम आस्था के प्रतीक भगवान राम को लेकर नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली ने अपनी टिप्पणी से एक नये विवाद को जन्म दे दिया है जिससे दोनो देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
कवि भानुभक्त की जयंती के मौके पर सोमवार को अपने आधिकारिक निवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में ओली ने कहा, भारत नकली अयोध्या बनाकर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर रहा है। असली अयोध्या नेपाल के बीरगंज के एक गाँव में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा, हमने जनकपुर में जन्मी सीता का विवाह किसी भारतीय राजा से नहीं किया, बल्कि सीता का विवाह अयोध्या के राम से हुआ था, भारत से नहीं, जो नेपाल में हैं। ओली ने कहा कि एक राजा जनकपुर से सीता से विवाह करने के लिए इतनी दूर से कैसे आ सकता था क्योंकि उस समय संचार और परिवहन के साधन नहीं थे। उन्होंने कहा, अयोध्या को लेकर बहुत विवाद है जबकि हमारी अयोध्या थोरी गांव में है, इसे लेकर कोई विवाद नहीं है। श्री ओली ने दावा किया कि नेपाल में विज्ञान और ज्ञान का विकास हुआ।
नेपाल के प्रधानमंत्री के इस तरह के बयान से दोनों देशों के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ सकता है। हालांकि अभी तक भारत ने इस पर कोई टिप्पणी नही की है।
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