नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/पश्चिमी बंगाल/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को झटके पर झटके लग रहे हैं। शुक्रवार को वन मंत्री राजीव बनर्जी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। वर्तमान परिस्थितियों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए अपने गढ़ को बचाए रखना चुनौती बन गया है। पिछले डेढ़ साल में टीएमसी के 4 सांसद व 14 विधायक पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
राजीव बनर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भेजे अपने त्याग पत्र में लिखा, श्पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बहुत सम्मान और सौभाग्य की बात है। इस अवसर को पाने के लिए मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूं और सभी को धन्यवाद देता हूं। राजीव बनर्जी पिछली कई कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं हुए थे, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वे अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने बेशक मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है लेकिन वे अब भी टीएमसी के सदस्य हैं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी के नेताओं का पद से और पार्टी से इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। सुवेंदु अधिकारी सहित कई बड़े नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं। ऐसे में पार्टी के लिए अपने नेताओं को एकजुट रखना चुनौती बन चुका है। वहीं भाजपा राज्य में सरकार बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही है। इसी हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बंगाल के दौरे पर जा सकते हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कई नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
भाजपा में शामिल हो चुके हैं ये विधायक
पिछले महीने तापसी मंडल, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, अशोक डिंडा, दीपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, शीलभद्र दत्ता, श्यांपदा मुखर्जी, बनश्री मैती और बिस्वजीत कुंडू भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
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