
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली के बाल भवन स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र दीपांश ने कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से प्रेरित होकर इस महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठा लिया है। छः साल का दीपांश सेठी रोजाना कोरोना वायरस की एक नई थ्री डी संरचना इमेंज बनाकर लोगों को जागरूक करने में जुटा है। उसके इस प्रयास व हौंसले को देखकर न केवल कालोनी वासी बल्कि उसके स्कूल ने भी उसके कार्य की प्रशंसा की है और उसके हौंसलों में विश्वास भरने के लिए उसका सहयोग करने का मन बना लिया है। अब स्कूल प्रशासन स्कूल में दीपांश द्वारा बनाई गई सभी इमेंज को लगायेगा ताकि दूसरे बच्चे भी इससे प्रेरणा ले सकें।
देश के साथ-साथ दिल्ली में भी कोरोना वायरस का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि सरकार लोगों को इस बिमारी से बचाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी कोरोना पर काबू पाना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। वही इस लड़ाई मंे सरकार के अलावा सामाजिक संगठन व संस्थाऐं भी कोरोना के खिलफ जंग में अपने-अपने तरीके से जुटी हुई है और कोरोना को हराने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब देश के नन्हे सिपाही भी कोरोना को हराने के लिए प्रयत्नशील है। अभी करीब एक महीना पहले ही दो बच्चों ने वेंटिलेटर मशीन बनाई थी तो वहीं पांच साल का दीपांश भी लगातार कोरोना के खिलाफ अपनी जंग जारी रखे हुए है। पहली कक्षा का छात्र दीपांश सेठी पेपर पर रोजाना कोरोना की संरचना बनाकर लोगों को इसके भंयकर परिणामों के प्रति जागरूक करने में जुटा है। वहीं बाल भवन की हेड मिस्टेªस कविता मेहरोत्रा ने उसके द्वारा बनाई गई इमेज की प्रषंसा की है और उन्हे स्कूल प्रांगण में लगाने की घोषणा भी की है।
छः साल के दीपांश ने छेड़ी कोरोना के खिलाफ जंग
दीपांश सेठी मयूर विहार के बाल भवन स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र है और पेपर पर रोजाना कोरोना की अलग-अलग संरचना ईमेज बनाकर लोगों को इसके भंयकर परिणामों के प्रति जागरूक कर रहा है। हालांकि दीपांष ने पहली इमेज तब बनाई थी जब वह पांच साल का था और स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता था। लेकिन अब वह दूसरी कक्षा में आ गया है लेकिन उसकी कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है।
इस संबंध में टाटा मोटर्स में काम करने वाले दीपांश के पिता रमेश सेठी ने बताया कि दिपांश का दिमाग काफी तेज है वह एकबार में ही किसी भी बात को अच्छे से समझ लेता है। देश में चल रहे कोरोना वायरस के कारण लाॅक डाउन से वह स्कूल नही जा पा रहा है जिसकारण वह काफी दुख्ी है। रमेश ने बताया कि घर में रोजाना कोरोना के लेकर छिड़ रही बहस व टीवी पर दिखाई जा रही कोरोना की खबरों से दिपांश काफी परेशान हो चुका था जिसे देखते हुए उसने कोरोना वायरस की एक संरचना बनाई और उस पर उसके लक्षण व उससे बचाव के सारे तरीके भी लिखे। इस संरचना में उसने लोगों को क्या करना है और क्या लेना है इसको भी दर्शाया है। उन्होने बताया कि दिपांश ने यह सब टीवी व अपनी मम्मी की मदद से बनाया है। उनका कहना है कि दिपांश इस संरचना के माध्यम से कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों मे रहने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए भी जागरूक कर रहा है। दीपांश फोन पर सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी कोरोना के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है। उन्होने कहा कि इस संरचना के माध्यम से दिपांश आने देशवासियों को घरो में रहने का संदेश दे रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग तथा माॅस्क लगाने के लिए लगातार लोगों को प्रेरित कर रहा है। यहां बता दे कि रमेश सेठी मूल रूप से रूड़की हरिद्वार के रहने वाले है और फिलहाल दिल्ली के मयूर विहार में रह रहे है। उनका बेटा बाल भवन स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता है।
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