2030 तक भारत बनेगा विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031  
December 21, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

2030 तक भारत बनेगा विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना वायरस महामारी से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है, लेकिन अब कुछ देशों में सुधार के संकेत मिले हैं। चीन की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हुई है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2028 तक चीन की अर्थव्यवस्था अमेरिका को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
यह उस अनुमान से पांच साल पहले ही हो जाएगा, जो महामारी से पहले विशेषज्ञों ने लगाया था। जबकि पहले यह माना जा रहा था कि चीन 2033 तक इस मुकाम पर पहुंचेगा। वहीं दूसरी ओर एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत 2025 तक ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक जर्मनी और जापान को पछाड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। 
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था एक पायदान नीचे खिसक कर छठे स्थान पर आ गई है। इससे पहले भारत 2019 में ब्रिटेन से ऊपर निकल कर पांचवें स्थान पर पहुंच गया था। ब्रिटेन के प्रमुख आर्थिक अनुसंधान संस्थान सेंटर फार इकोनॉमिक एंड बिजनस रिसर्च (सीईबीआर) की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत महामरी के असर से रास्ते में थोड़ा लड़खड़ा गया है। इसी का परिणाम है कि भारत 2019 में ब्रिटेन से आगे निकलने के बाद इस साल ब्रिटेन से पीछे हो गया है। ब्रिटेन 2024 तक आगे बना रहेगा और उसके बाद भारत आगे निकल जाएगा।

अब भी संघर्ष कर रही है अमेरिकी अर्थव्यवस्था 
अब कोरोना वायरस महामारी से स्थिति बदली है। इस दौरान चीन तेजी से इस संकट से बाहर निकलने में कामयाब रहा, जबकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अब भी संघर्ष कर रही है। इस कारण सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनस रिसर्च (ब्म्ठत्) ने अपनी सालाना रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन अनुमान से पांच साल पहले ही अमेरिका से आगे निकल जाएगा। इस संदर्भ में सीईबीआर ने कहा है कि चीन के श्महामारी कुशल प्रबंधनश्, सख्त शुरुआती लॉकडाउन और पश्चिम में दीर्घकालिक विकास के लिए हिट का मतलब है कि चीन के आर्थिक प्रदर्शन में सुधार हुआ था। वहीं अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लंबे समय तक इससे प्रभावित रहने की आशंका है। 

इतनी होगी आर्थिक वृद्धि दर
मालूम हो कि साल 2026 से 2030 के बीच सालाना आर्थिक औसत वृद्धि 4.5 फीसदी तक धीमी होने से पहले चीन साल 2021 से 2025 के बीच औसत 5.7 फीसदी सालाना आर्थिक वृद्धि के लिए तैयार दिख रहा था। संयुक्त राज्य अमेरिका में 2021 में महामारी के बाद रिबाउंड होने की संभावना थी। 2022 और 2024 के बीच एक साल में इसकी वृद्धि दर घटकर 1.9 फीसदी और उसके बाद 1.6 फीसदी हो जाएगी। 

जापान से आगे निकलेगा भारत 
भारत की बात करें, तो भारत 2025 तक ब्रिटेन को पछाड़ कर फिर दुनिया की पाचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था एक पायदान नीचे खिसक कर छठे स्थान पर आ गई है। भारत 2019 में ब्रिटेन से ऊपर निकल कर पाचवें स्थान पर पहुंच गया था। ऐसा लगता है कि रुपये के कमजोर होने से 2020 में ब्रिटेन इस लिए पुनरू भारत से ऊपर आ गया। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया कि 2021 में भारत की वृद्धि नौ फीसदी और 2022 में सात फीसदी रहेगी।
सीईबीआर का कहना है कि, श्यह स्वाभाविक है कि भारत जैसे जैसे आर्थिक रूप से अधिक विकसित होगा, देश की वृद्धि दर धीमी पड़ेगी और 2035 तक यह 5.8 फीसदी पर आ जाएगी। आर्थिक वृद्धि की इस अनुमानित दिशा के अनुसार अर्थव्यवस्था के आकार में भारत 2025 में ब्रिटेन से, 2027 में जर्मनी से और 2030 में जापान से आगे निकल जाएगा।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox