नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दिल्ली की सीमाये किसानों द्वारा सील कर दिये जाने के बाद भी दिल्ली में भारत बंद का असर नही दिखाई दिया। दिल्ली में व्यापारिक संगठनों की अपील के बाद बाजार पूरी तरह से खुले दिखाई दिये। सोमवार को अपनी एक बैठक में थोक व खुदरा व्यापार से जुड़े कमोबेश सभी व्यापारी संगठनों ने ऐलान किया कि वे किसानों से सहानुभूति तो रखते है लेकिन किसानों के भारत बंद से सहमत नही हैं। साथ ही यह भी चाहते है कि यह आंदोलन ज्यादा लंबा न चले, लेकिन भारत बंद में शामिल होने से इंकार किया है। लिहाजा मंगलवार को दिल्ली की ज्यादातार व्यापारिक गतिविधियां आम दिनों की तरह ही जारी रहेंगी। हालांकि कुछ संगठनों ने आधे दिन बंद रखने पर जरूर विचार-विमर्श कर रहे हैं। हालांकि दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने बंद का समर्थन किया था लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी समर्थित चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने भी बंद के समर्थन में किसी तरह की अपील नही की।
मंगलवार को भारत बंद है। इसे लेकर दिल्ली के व्यापारिक संगठनों में भी सोमवार को दिनभर हलचल रही। विभिन्न संगठनों ने इसे लेकर बैठक भी की। बैठक में ज्यादातर संगठनों ने भारत बंद में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया। थोक व्यापारिक गतिविधियों के केंद्र सदर बाजार, करोल बाग, गांधी नगर, चांदनी चैक समेत अन्य मार्केट ने बंद में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया तो दिल्ली रिटेल ट्रेड फोरम जिसमें दक्षिणी दिल्ली व नई दिल्ली स्थिति सभी खुदरा बाजार आते है ने भी भारत बंद में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया।
कन्फेडरशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएएशन के अध्यक्ष देवराज बावेजा ने बताया कि सभी थोक मार्केट खुली रहेंगी। व्यापार की स्थिति पहले से ही खस्ता हाल में है ऐसे में बंद का कोई मायने-मतलब नहीं है। एशिया के सबसे बड़े कपड़ा मार्केट गांधी नगर एसोसिएशन के प्रधान केके बल्ली ने बताया कि सभी दुकानें खुली रहेंगी। दिल्ली रिटेल ट्रेड फोरम व खान मार्केट के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने बताया कि सभी खुदरा व्यापारियों ने एक स्वर से दुकानें खुली रखने का निर्णय लिया है।
दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन भागीरथ प्लेस के अध्यक्ष भरत अहुजा ने बताया कि किसानों के प्रति नैतिक समर्थन व्यापारियों का है, लेकिन दुकानें बंद नहीं रहेगी। सरोजनी नगर मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि आधा दिन दुकानें बंद रखने पर बैठक की जा रही है। लेकिन व्यापारियों की राय बंटी हुई है। ऑटोमोटिव एंड जनरल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष निरंजर पोद््दार ने बताया कि घोषिद बंद नहीं है। व्यापारियों की स्वेच्छा पर आधारित है।
नेहरू प्लेस स्थित सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक मार्केट एसोसिएसशन के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि व्यापारी किसानों के साथ है। क्योंकि जिस तरह से छोटे दुकानदार की स्थिति बेहतर नहीं है वैसे ही छोटे किसानों की भी। अग्रवाल ने बताया कि सभी दुकानें खुली रहेंगी। चांदनी चैक एसोसिएशन केअध्यक्ष संजय भागर्व ने भी बताया कि दुकानें खुली रहेंगी।
किसी बड़े ट्रेड एसोसिएसशन ने बंद का एलान नहीं किया
भारत बंद को लेकर किसी बड़े ट्रेडर्स एसोसिएसशन ने भी बंद का ऐलान नहीं किया है। राजनीतिक पार्टी से जुड़े एसोसिएसशन भी किसानों के बंद की अपील से दूरी बनाए हुआ है। बात-बात पर बंद का आह्वान करने वाले यह संगठन चुप्प्पी साधे हुए है। किसानों के बंद में ना तो आम आदमी पार्टी समर्थित चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने किसी तरह की अपील की है और ना ही भाजपा समर्थिक कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ही व्यापारियों से किसी तरह की अपील की है। ऐसे में अन्य सभी व्यापारिक केंद्रों ने बंद में शामिल नहीं होना ही बेहतर समझा है।
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