
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- द्वारका सैक्टर-2 के डीटीसी डिपो पर हजारों गरीब मजदूर रोजान अपने घर जाने की बारी का इंतजार कर रहे है। हालांकि जिला प्रशासन रोजाना करीब 700 से 800 मजदूरों को उनके घरों को भेजने का काम कर रहा है लेकिन एक दम से जुटी इस भीड़ को संभालने में प्रशासन के भी पसीने छूट रहे है। हालांकि मजदूरों के पंजीकरण व सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर नेहरू युवा केंद्र के वाॅलंटियर, सिविल डिफेंस, होम गार्डस व पुलिस कर्मी व्यवस्था संभाल रहे हैं।
यहां बता दें कि एक सप्ताह पहले द्वारका की कुछ निर्माण साईटों पर प्रवासी मजदूरों के फंसे होने का मामला सामने आया था और एक साईट से तो जिला प्रशासन ने करीब 2200 मजदूर छुड़ाये थे। जो न केवल भूखे प्यासे थे बल्कि कंपनी व ठेकेदारों ने उनकी पिछले दो महीने का वेतन भी नही दिया था। इसके बाद से अब प्रशासन मजदूरों को उनके घर भेजने का इंतजाम कर रहा है। इस संबंध में नजफगढ़ एसडीएम सौम्या शर्मा ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से जिला दक्षिण-पश्चिम के अधिकारी प्रवासी मजदूरों को सही सलामत उनके घर भेजने का काम कर रहे है। और लगातार उनकी स्वास्थ्य जांच व उनका पंजीकरण कर उन्हे जाने की तिथि दी जा रही है लेकिन फिर भी ऐसे लोग भी है जो बिना परमिशन ही जाने के लिए डिपों में आ जाते है जिसकारण प्रशासन को उन्हे संभालने में काफी समय देना पड़ता है। जिससे जिन लोगों को जाना होता है उनके लिए भी परेशानी खड़ी हो जाती है। उन्होने लोगों से अपील की की वही लोग डिपों आये जिन्हे तिथि के अनुसार जाने की परमिशन मिली है। डिपों में लोगों को उनके गन्तव्य तक पंहुचाने के काम में जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा नेहरू युवा केंद्र जिला दक्षिण-पश्चिम के एनवाइवी व जिला समन्वयक एस पी सिंह भी नियमित अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। वालंटियर लोगों के पंजीकरण से लेकर उन्हे सोशल डिस्टेंेिंसंग व मास्क लगाने की अनिवार्यता समझाने का काम बखूबी निभा रहे हैं। वही सिविल डिफेंस, होम गाड्र्स व पुलिस भी डिपों में व्यवस्था बनाये रखने में पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है।
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