
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- देशभर में कोरोना वायरस के लगातार तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं की बची हुई परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत को अपने इस फैसले से अवगत कराया है। सीबीएसई बोर्ड की लंबित परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होनी थी, मगर एग्जाम रद्द करने को लेकर कुछ पेरेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने सीबीएसई से पूछा था कि क्या परीक्षाएं रद्द की जा सकती हैं, इसी के बाद अब बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल करते हुए कोर्ट को दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाएं रद्द करने के फैसले की जानकारी दे दी है।
यहां बता दें कि दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने एग्जाम आयोजित करने में असमर्थता जता दी थी। जिसके बाद बोर्ड ने यह कदम उठाया है। हालांकि अभी तक बोर्ड ने स्पष्ट किया था कि 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए पिछली तीन परीक्षाओं के आधार पर आकलन किया जाएगा। बाद में स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा आयोजित करने का विकल्प रहेगा।
लेकिन अब बोर्ड ने जारी किये ये विकल्पः-
जिन विषयों की परीक्षाएं होनी थी, उनमें छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर औसत अंक देकर प्रमोट किया जा सकता है। इसके अलावा संबंधित विषयों में अंक सुधार के लिए बाद में परीक्षा देने का विकल्प भी छात्रों को मिल सकता है।
जुलाई में ही आ जायेंगे नतीजे
ऐसे में जबकि सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाएं रद्द करने का फैसला कर ही लिया है तो स्टूडेंट्स के बीच जल्द ही नतीजे आने की उम्मीद भी बढ़ गई है। दरअसल, सीबीएसई बोर्ड ने लॉकडाउन से पूर्व हो चुके पेपर की कॉपियों के मूल्यांकन का काम पहले ही शुरू कर दिया था। अब जबकि बची परीक्षाएं रद्द कर दी गईं हैं तो माना जा रहा है कि बोर्ड जुलाई के अंत तक परिणाम की घोषणा कर देगा। बता दें कि पिछले साल 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट 2 मई को घोषित कर दिया गया था, जबकि दसवीं की परीक्षा के नतीजे 6 मई को आए थे।
29 विषयों के होने थे एग्जाम
दरअसल, देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन घोषित करने से पहले ही सीबीएसई परीक्षाएं शुरू हो चुकी थीं, हालांकि लॉकडाउन के बाद कुछ परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया गया. बाद में तय किया गया कि दसवीं और बारहवीं के 29 मूल विषयों की परीक्षाएं एक जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित कराई जाएंगी। यहां तक कि मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इसके लिए डेटशीट भी जारी कर दी थी। इसके तहत दसवीं की परीक्षा केवल उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में होनी थी, जहां हिंसा के चलते परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकी थीं। वहीं 12वीं की परीक्षाएं देशभर में आयोजित करने का फैसला लिया गया था, हालांकि अब कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इन परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला ले लिया गया है।
More Stories
दिल्ली: 20 अप्रैल से 5 मई तक पूरे देश में वक्फ संशोधन जागरूकता अभियान चलाएगी बीजेपी
देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए SC ज़िम्मेदार- निशिकांत दुबे, राजनीति मैदान में मचा हंगामा
नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान ने किया राव तुलाराम अस्पताल का औचक दौरा
नजफगढ़ थाना पुलिस ने एनकाउंटर के बाद पकड़ा नामी बदमाश
लक्ष्मीबाई कॉलेज परिसर को गोबर से लीपने के मामले में दिल्ली पंचायत संघ ने दिया पूर्ण समर्थन
प्रकृति भक्त फाउंडेशन ने गुरुद्वारा हरगोबिंदसर साहिब में 1000 पौधे लगाने का लिया संकल्प