नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- देश में जिस ऐप को लेकर बड़ी-बड़ी बात की जा रही थी वही ऐप अब वैकल्पिक विकल्प में शामिल हो गया है। दरअसल लॉकडाउन के चैथे चरण के दिशानिर्देशों में सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से जुड़े नियम को सरल बना दिया है। साथ ही सरकार ने इस ऐप को डाउनलोड करने की अनिवार्यता खत्म करके इसे वैकल्पिक कर दिया है। हालांकि आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए विकसित किया गया है और सरकार इस एप के फायदों पर विशेषरूप से जोर देती रही है। लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि दिशा निर्देशों के मुताबिक जिला प्रशासन के पास यह अधिकार होगा कि वह किसी व्यक्ति को यह ऐप डालने के लिए परामर्श दे सकता है।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी नए दिशानिर्देशों में सरकार ने एप के फायदों पर विशेष जोर दिया है। सरकार ने कहा कि यह ऐप कोरोना वायरस के संभावित जोखिम का पहले से पता लगाने में मदद करता है. यह व्यक्तियों और समाज के सुरक्षा कवच की तरह है। नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, ‘‘कार्यालयों और कार्यस्थलों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियोक्ताओं को सभी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप को डलवाना सुनिश्चित करने के प्रयास करने चाहिए.’’ जबकि इससे पहले एक मई को जारी दिशानिर्देशों में सरकार ने सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करना अनिवार्य बताया था।
रविवार को जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक जिला प्रशासन के पास यह अधिकार होगा कि वह किसी व्यक्ति को यह ऐप डालने के लिए परामर्श दे सकता है। साथ ही नियमित आधार पर उसके स्वास्थ्य की निगरानी रख सकता है लेकिन अभी कुछ संस्थाऐं इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए कह सकती है।
More Stories
‘स्त्री 2’ के मेकर्स का ऐलान: ‘स्त्री 2’ की एक टिकट खरीदने पर मिलेगा गजब का ऑफर
बहराइच में नहीं थम रहा ‘लंगड़ा भेड़िया सरदार’ का आतंक: सोते समय महिला पर किया अटैक, हालत गंभीर
सोना-चांदी के दाम में आया जबरदस्त उछाल
माकपा नेता सीताराम येचुरी का हुआ निधन, 73 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
“मदरसों में औपचारिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं…”, एनसीपीसीआर का सुप्रीम कोर्ट में जवाब
संजौली विवाद के बीच मौलवी का पत्र आया सामने, मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने की पेशकश