
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि-पूजन समारोह की तैयारिया जोर शोर से चल रही हैं। राम मंदिर निर्माण को लेकर देशभर में अलख जगाने वाले व आंदोलन के दौरान कई बार जेल जा चुके बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी को ट्रस्ट ने शनिवार को फोन कर कार्यक्रम में हिस्सा लेने का न्योता दिया है। हालांकि दोनों ही वरिष्ठ नेता ने भूमि-पूजन समारोह में अयोध्या नहीं जाएंगे। खबर है कि दोनों नेता 5 अगस्त को होने वाले इस विशाल कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेंगे।
राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम 5 अगस्त को होना है। इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन पूरे देश में राम मंदिर निर्माण की अलख जगाने वाले असली पुरोधा लाल कृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी के बिना यह पूजन अधुरा ही माना जा रहा था। लेकिन पार्टी ने उन पर चल रहे केस को देखते हुए उन्हे इस भूमि पूजन से दूर रखा है या फिर कोई और कारण है। इसे लेकर अभी संशय ही बना हुआ है। भूमि पूजन को लेकर अभी से अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेशी हुई थी। इस दौरान लालकृष्ण आडवाणी से कई सवाल पूछे गए। इस दौरान उनके ऊपर जितने भी आरोप लगाए गए उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया। पिछले हफ्ते सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लालकृष्ण आडवाणी की पेशी की गई। 11 बजे शुरू हुआ सवालों का दौर दोपहर साढ़े 3 बजे तक चला। सुनवाई के दौरा आडवाणी से 100 सवाल पूछे गए। वहीं आडवाणी ने सभी आरोपों से इनकार किया. बता दें कि सीबीआई ने साल 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी को आरोपी बनाया है।
More Stories
खिलाड़ी अपने मैडल एक बार मां यमुना व साहिबी नदी के किनारे लेकर जाएं- पंचायत संघ
पैंशन जयघोष महारैली में जंतर-मंतर पर पूर्व अर्धसैनिकों ने भरी हुंकार
’ऑनर रन-वेटरन्स हाफ मैराथन’ के टाप 3 में आये बहादुरगढ़ रनर्स के 8 धावक, जीते हजारो के इनाम
भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव में तुरूप का इक्का साबित हो सकते है बालकनाथ
करणी सेना चीफ के हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस ने किया जमीन-आसमान एक
ARTICLE 370 : सिर्फ कानूनी नहीं, यह एक आशा की किरण’, पीएम मोदी