नई दिल्ली/उमा सक्सेना/- प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर ₹42,000 करोड़ से अधिक की कृषि परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि किसान भारत की शक्ति हैं, और सरकार उनकी आमदनी बढ़ाने, कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने और खेती को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने के लिए लगातार काम कर रही है। इन योजनाओं के माध्यम से खेती को नई दिशा, नई ऊर्जा और बेहतर उत्पादन क्षमता मिलेगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

कृषि अवसंरचना, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण में नए अवसर
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी 1100 से अधिक परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं से ग्रामीण स्तर पर नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और किसानों को भंडारण और प्रसंस्करण की आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन पहलों से भारत आने वाले वर्षों में “वैश्विक कृषि शक्ति (Global Agri Power)” के रूप में स्थापित होगा।


कृषि क्षेत्र में तकनीकी सुधार और किसानों के लिए लाभकारी पहल
कृषि विज्ञान केंद्र, दिल्ली के अध्यक्ष ने बताया कि यह पहल किसानों को आधुनिक तकनीक अपनाने, उत्पादन लागत घटाने और फसल विविधीकरण में मदद करेगी। उन्होंने सभी किसानों से आग्रह किया कि वे नई योजनाओं का लाभ उठाएँ और अपनी खेती को और अधिक लाभदायक बनाएं। यह कार्यक्रम न केवल किसानों के लिए अवसरों का द्वार खोलेगा, बल्कि भारत के कृषि क्षेत्र को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


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