मां और परिवार के सम्मान में होगा आरजेएस “अमृत काल का सकारात्मक भारत“ पीबीएच वेबिनार

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2025
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  
December 29, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

मां और परिवार के सम्मान में होगा आरजेएस “अमृत काल का सकारात्मक भारत“ पीबीएच वेबिनार

-अमृत काल में कैसे बनाएं सकारात्मक भारत ? विषय पर ओपन हाउस सेशन -आरजेएस पीबीएच द्वारा 30 माई हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों का होगा सम्मान

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- रामजानकी संस्थान,(आरजेएस) द्वारा आजादी की‌ अमृत गाथा के‌ 146 कार्यक्रमों के बाद आरजेएस पीबीएच वेबिनार के माध्यम से सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन निरंतर जारी है। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि
रविवार 14 मई को मातृ दिवस और परिवार दिवस के उपलक्ष्य में ’अमृत काल में सकारात्मक भारत’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार में महिला सेवा प्रभाग, ब्रह्मकुमारीज संगठन की चेयरपर्सन बीके चक्रधारी दीदी मुख्य अतिथि रहेंगी। वहीं डा. नंद किशोर गर्ग, संस्थापक चेयरमैन महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम की मेजबानी दीपचंद माथुर ऑब्जर्वर आरजेएस करेंगे।
                विशेष अतिथि के रूप में मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक पार्थ सारथि थपलियाल और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ,मोहाली के वरिष्ठ प्रबंधक संजीव जग्गी ओपन हाउस सेशन में आरजेएस पॉजिटिव मीडिया फैमिली से चर्चा करेंगे। श्री मन्ना ने बताया कि 30 मई हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर आरजेएस सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन को समर्थन देने वाले 15 पत्रकारों का सम्मान करेगा और पत्रकारिता के भारतीयकरण पर चर्चा होगी।
                बता दें कि मातृ दिवस इसलिए मना रहे हैं क्योंकि मई के दूसरे रविवार को सार्वभौमिक उत्सव के रूप में मातृ दिवस मनाया जाता   है।माँ के समर्पण और प्यार को समर्पित है 14 मई मदर्स डे।
                प्रत्येक वर्ष 15 मई को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस  परिवारों से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और परिवारों को प्रभावित करने वाली सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय प्रक्रियाओं के ज्ञान को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने की घोषणा हुई और ‌1994 से मनाने की शुरुआत हुई।इस साल की थीम “जनसांख्यिकी परिवर्तन और परिवार“ है। एक अच्छा परिवार बच्चे के चरित्र निर्माण से लेकर व्यक्ति की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

About Post Author

आपने शायद इसे नहीं पढ़ा

Subscribe to get news in your inbox