नई दिल्ली/उमा सक्सेना/- संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी लोकसभा में SIR (सिक्योरिटी आइडेंटिफिकेशन रजिस्टर) को लेकर राजनीतिक टकराव चरम पर रहा। विपक्षी दलों ने सदन में जोरदार नारेबाजी करते हुए SIR पर तत्काल चर्चा की मांग की, जिसके चलते कार्यवाही लगातार प्रभावित होती रही। शीतकालीन सत्र का पहला दिन भी इसी मुद्दे पर शोर-शराबे की भेंट चढ़ गया था।
भाजपा का पलटवार — “विपक्ष बिहार हार का दुख निकाल रहा है”
SIR पर विरोध कर रहे विपक्ष पर भाजपा ने तीखा हमला बोला। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि विपक्ष का यह विरोध “लोकतांत्रिक मुद्दा” नहीं, बल्कि “राजनीतिक निराशा” का नतीजा है।
उन्होंने आरोप लगाया—
“यह SIR पर विरोध नहीं, बल्कि बिहार चुनाव की हार का विलाप है। कांग्रेस, RJD और TMC अपनी जमीन खोते जा रहे हैं। बंगाल में चुनाव नजदीक हैं, इसलिए TMC घबराई हुई है। डीएमके तमिलनाडु में जनसमर्थन खो रही है और कांग्रेस अपनी सबसे कमजोर स्थिति में है। इसलिए ये बहस नहीं, हर रोज़ नाटक करना चाहते हैं।”
कांग्रेस का पलटवार — “तुम नहीं चला पा रहे, तो हम क्या करें?”
भाजपा और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर कि विपक्ष बहाने ढूंढकर सदन नहीं चलने देता, कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी भड़क उठीं।
उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“अगर तुम नालायक हो तो हम क्या करें? तुम्हें सदन चलाना नहीं आता तो हम क्या करें? मुद्दे पर बोलना हमारा अधिकार और कर्तव्य है।”
बार-बार हंगामे पर लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
तेज़ नारेबाज़ी और सदन में बनते शोर-शराबे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि विपक्ष किस तरह से सदन की कार्यवाही बाधित कर रहा है। इसके बाद कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
संचार साथी ऐप पर भी गरमाई राजनीति
सरकार द्वारा मोबाइल में ‘संचार साथी’ ऐप को अनिवार्य किए जाने के निर्देश पर भी विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा—
“यह एक जासूसी ऐप है। लोगों की निजता पर हमला है। सरकार देश को तानाशाही की ओर ले जा रही है।”
“संसद इसलिए नहीं चल रही क्योंकि सरकार किसी मुद्दे पर चर्चा करना ही नहीं चाहती। स्वस्थ लोकतंत्र संवाद मांगता है।” संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन — राहुल, सोनिया, प्रियंका सहित कई नेता पहुंचे
सत्र के दूसरे दिन विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर के मकर द्वार पर SIR के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इसमें शामिल रहे—
राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, TMC, DMK और अन्य विपक्षी दलों के सांसद
“विपक्ष के नोटिस स्वीकार करे सरकार” — विपक्ष की मांग
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि SIR देश का बड़ा मुद्दा है और सरकार विपक्ष के नोटिस स्वीकार करे, ताकि सदन में सार्थक चर्चा हो सके।
उन्होंने कहा—
“अगर सरकार चुनाव सुधारों पर चर्चा कर सकती है, तो SIR पर बहस से क्यों बच रही है?”
“संचार साथी ऐप से देश उत्तर कोरिया जैसा बनता दिख रहा है।”
उन्होंने सरकार पर पेगासस के बाद अब आम लोगों की जासूसी की तैयारी का आरोप भी लगाया।


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