नजफगढ़/द्वारका/- नजफगढ़ में एक महिला ने अपने ही देवर के खिलाफ बलात्कार व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नही किया गया है। जब पुलिस पर आरोपी की गिरफ्तारी का दबाव बढ़ा तो पुलिस ने उसे नजफगढ़ के सरकारी स्कूल नंबर-2 से पकड़ तो लिया लेकिन उसे गिरफ्तार करने की बजाये सिर्फ हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद छोड़ दिया जिससे पीड़ित महिला व उसका परिवार काफी चिंतित है। हालांकि पुलिस इस संबंध में कुछ भी कहने को तैयार नही है फिर भी एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस अधिकारियों ने आरोपी शिक्षक को पूछताछ के बाद एक सप्ताह का समय देकर छोड़ दिया है ताकि वह इस मामले को निपटा सकें। बता दें कि आरोपी सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। और दिल्ली स्टेट का अवार्ड विनर शिक्षक रह चुका है तथा उसकी पत्नी भी सरकारी टीचर है। आरोपी नजफगढ़ के सरकारी स्कूल नंबर-2 में हिन्दी पीजीटी शिक्षक है।
बता दें कि धर्मपुरा में रहने वाली एक महिला ने अपने देवर पर पिछले 20 साल से मानसिक प्रताड़ना व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। आरोपी पेशे से शिक्षक है आर्थिक स्थिति से मजबूत है। वह महिला पर लगातार घर से निकालने का दबाव बनाकर उक्त घिनौना काम करता रहा। आखिर महिला ने दुःखी होकर यह सारी बात अपने बच्चों को बताई जिसके बाद सभी ने मिलकर आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि एक महिला के लिए अपनी इज्जत की परवाह नही करते हुए इतना बड़ा फैसला लेना काफी परेशानी भरा होता है जिसके बाद उसके लिए समाज में क्या प्रतिक्रिया होगी यह भी एक सोचने वाली बात है। लेकिन आरोपी की दरिंदगी इतनी बढ़ चुकी थी कि महिला के पास अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर पुलिस में शिकायत देने के अलावा कोई चारा ही नही बचा। महिला ने 9 अक्टूबर को नजफगढ़ पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत दी थी। और बार-बार पुलिस अधिकारियों से आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करने की अपील भी की थी। लेकिन पुलिस ने जांच के नाम पर पूरे 20 दिन निकाल दिये और शनिवार 29 अक्टुबर को आरोपी को पूरे नाटकीय अंदाज में स्कूल से पकड़ा और फिर मात्र तीन घंटे बाद ही पूछताछ के बाद छोड़ दिया। जिससे पीड़िता को शक है कि पुलिस पूरी तरह से आरोपी से मिली हुई है और पुलिस को उसकी व उसके परिवार की सुरक्षा की कोई चिंता नही है। जबकि आरोपी पीड़िता व उसके परिवार को देखने व जान से मारने की धमकी दे चुका है। परिजनो का कहना है कि पिछले 20 साल से वह पीड़िता को किसी से कुछ बताने पर जाने से मारने की धमकी देता आ रहा है और पीड़िता पर आत्महत्या करने तक का दबाव डालता है।
नजफगढ़ पुलिस ने पूरे 20 दिन बाद यानी 29 अक्टूबर को आरोपी जयभगवान पुत्र चंदराम निवासी बडुसराय व हाल निवासी प्रेमनगर नजफगढ़ को नजफगढ़ के सरकारी स्कूल नंबर-2 से पकड़ा था। और उसे करीब 3 घंटे तक थाने में रखा था लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। इसके बारे में पुलिस का कहना है कि आरोपी सरकारी शिक्षक है और पुलिस अपनी जांच कर रही है। अगर जांच में आरोपी पर आरोपी सिद्ध हुए तो उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। हालांकि डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने इस संबंध में कोई जानकारी नही दी है।
-पुलिस कह रही जांच की बात, आरोपी को दिया मामला निपटाने के लिए एक सप्ताह का समय
-आरोपी नजफगढ़ के सरकारी स्कूल में है हिन्दी पीजीटी का अध्यापक
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