नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नॉर्थ जिला/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- एक साथ कई नामों व कई बड़ी कंपनियों की नकली ईमेल आईडी व डोमेन बनाकर मुंबई, कोलकाता व बंगलौर के व्यापारियों को चूना लगाने वाले दो ठगों को नॉर्थ जिला पुलिस दिल्ली की साईबर सैल ने 3 दिन की कड़ी मशक्कत व सैंकड़ों किलोमीटर पीछा कर आखिर हरियाणा के पिंजौर से पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपियों से एक एचपी लैपटॉप एक जियो वाई-फाई डोंगल, बैंक प्रमुख और प्रबंधक के प्रोपराइटरशिप के कागज सहित 6 नकली टिकटें, 7 सिम कार्ड, 10 मोबाइल फ़ोन और 5 सिम कार्ड, 2 लाख रुपये नगद, एक मारुति स्विफ्ट कार, फेक आईडी (आधार कार्ड, डीएल और पैन कार्ड), 6 डेबिट कार्ड, 7 चेक बुक और 500 किलो के करीब सोल्डर/टिन बरामद किया है। पुलिस आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ बॉबी पुत्र सुरेन्द्र व काका उर्फ विजय पुत्र रामबाबू से पूछताछ कर रही है।
इस संबंध में नॉर्थ जिला पुलिस के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि उत्तरी भारत के कई राज्यों में आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ बॉबी उर्फ शांति उर्फ मनोज उर्फ मनोज ठाकुर उर्फ प्रताप सिंह पंवार उर्फ विवेक भदौरिया उर्फ विभोर चौधरी के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर बी-2-बी प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर देकर और प्रसिद्ध व स्थापित कंपनियों के डोमेन से देशभर में अनेकों व्यापारियों को करोड़ों का चूना लगा चुका है। आरोपी बेंगलूरू, कोलकाता व मुंबई में कई व्यापारियों को चूना लगा चुका है। 17 दिसंबर को साइबर सैल को पंकज पांडेय नामक व्यक्ति ने अपने खिलाफ 9 लाख 92 हजार 380 रूपये की धोखाधडी की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि विवेक भदोरिया नामक व्यक्ति ने बी2बी के माध्यम से आर्डर दिया और डिलिवरी के समय उक्त रकम का डिमांड ड्राफ्ट देकर सामान ले गया जो बाद में नकली निकला। साइबर सैल ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसीपी जयपाल सिंह ने एसएचओ साइबर सैल अजय दलाल के नेतृत्व में एसआई रोहित सारस्वत, एसआई गुमान सिंह, डब्ल्यू/एचसी सुनीता, सीटी नवीन, सीटी कालूराम, सीटी आकाश, सीटी महेंद्र एवं सीटी बिजेंदर की एक टीम का गठन किया और आरोपी की तलाश शुरू की। टीम ने जांच में पाया कि एक ही व्यक्ति के नाम से अलग-अलग राज्यों से सिम कार्ड जारी करवाये गये है। आरोपी ने अलग-अलग नामों से फर्जी आइडी कार्ड बनवा रखे थे जिनका इस्तेमाल सिम कार्ड खरीदने व बैंक खाते खोलने में करता था। आरोपी ने कई बड़ी कंपनियों के नकली ईमेल व डोमेन बना रखे थे जिनसे वह आर्डर देता था। टीम ने आरोपी की पहचान कर उसका पीछा करना शुरू किया। पुलिस ने हाला ही में बेंगलुरू से 500 किलो सोल्डर की हेराफेरी की जिसके तहत पुलिस उसके पीछे लग गई। टीम ने 3 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को उसके घर हरियाणा के पिंजोर से पकड़ लिया। उसके साथ उसके एक साथी जो उसकी माल की डिलिवरी लेने में मदद करता था उसको भी पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ बॉबी निवासी पंचकुला, हरियाणा और सह-आरोपी की काका उर्फ विजय निवासी ऊना, हिमाचल के रूप में हुई बताई है। उसने मुरथल में अपने सहआरोपी से 500 किलो सोल्डर लिया और फिर ग्वालियर निकल गया व मुंबई में भी एक महिला से 30 लाख की ठगी की और फिर पोंटा साहिब होते हुए पिजोंर की तरफ रवाना हुआ। टीम ने आरोपी का पीछा कर उसे पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है लेकिन कंप्यूटर की अच्छी जानकारी है जिसके चलते साइबर हेरा-फेरी करता है। वह पहले भी 3 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। पुलिस ने दोनो आरोपियों की गिरफ्तारी से उत्तर भारत में जालसाजी के एक अन्तर राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है।
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